पैगंबर हजरत मोहम्मद के कार्टून को समर्थन देने के फैसले ने फ्रांस को मुस्लिम देशों के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। इस फैसले की खिलाफत करते हुए पाकिस्तान सहित कई मुस्लिम देश फ्रांस के खिलाफ खड़े हो गए हैं। इसी क्रम में इस बार ईरान ने फ्रांस को लेकर भड़काऊ बयान दिया है। ईरान के सुप्रीम नेता अली हुसैन खामनेई ने फ्रांस के इस फैसले की निंदा करते हुए कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के कार्टून का समर्थन करना गलत है।
ईरान के सुप्रीम नेता ने दिया ये बयान
मंगलवार को टेलिविजन पर दिए गए संबोधन में ईरान के सुप्रीम नेता ने फ्रांस के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने वाली मैगजीन को समर्थन देने को भद्दा करार दिया। उन्होंने कहा कि ये केवल फ्रांस की कला का ही पतन नहीं है बल्कि वहां की सरकार भी इस गलत काम का समर्थन कर रही है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ही पैगंबर के कार्टून छापने का समर्थन कर रहे हैं।
ईरान के सुप्रीम नेता ने कहा कि फ्रांस की सरकार को पीड़ित के प्रति संवेदना जाहिर करनी चाहिए थी लेकिन पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाना गलत था। उन्होंने कहा, वो कहते हैं कि एक आदमी की हत्या कर दी गई। तो उसके लिए शोक और संवेदना जाहिर कीजिए लेकिन आप पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को समर्थन क्यों कर रहे हैं?
इसके साथ ही अली हुसैन खामनेई ने फ्रांस के खिलाफ विश्व के कई देशों में मुस्लिम समुदाय द्वारा फ्रांसीसी राष्ट्रपति के खिलाफ किये जा रहे विरोध का समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि इन प्रदर्शनों को देखकर लगता है कि मुस्लिम अभी जिन्दा हैं।
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आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों लगातार कहते सुनाई दे रहे हैं कि वे अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा के लिए खड़े रहेंगे। फिर चाहे उनके खिलाफ कितना भी विरोध किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापने के फैसले का भी मजबूती से समर्थन किया था।