अमेरिका में बुजुर्गों के साथ धोखाधड़ी करने वाले भारतीय नागरिक को 90 महीने की सजा

न्यूयॉर्क। अमेरिका में बुजुर्गों समेत अन्य लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में एक भारतीय नागरिक को दोषी करार देते हुए उसे 90 महीने की सजा सुनाई गई है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी। न्याय विभाग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि लिग्नेश कुमार एच. पटेल (38) को वायर फ्रॉड और वित्तीय संस्थान धोखाधड़ी करने की साजिश रचने के मामले में दोषी पाया गया। पटेल ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

न्यायाधीश ने उसे मुआवजे के तौर पर 20 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक का भुगतान करने का आदेश दिया। पटेल ने अमेरिका के पांच प्रांतों के बुजुर्ग लोगों सहित 11 लोगों को ठगी का शिकार बनाया। अमेरिकी अटॉर्नी स्टीवन डी. वेनहोफ्ट ने कहा, धोखाधड़ी के घोटाले अंतरराष्ट्रीय साजिशें हैं जिनमें अक्सर अमेरिका स्थित मनी म्यूल्स का इस्तेमाल पीडÞितों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनका पैसा हड़पने के लिए किया जाता है।

मनी म्यूल वह व्यक्ति होता है जो किसी अन्य व्यक्ति की ओर से अवैध रूप से अर्जित धन का हस्तांतरण या स्थानांतरण करता है। वेनहोफ्ट ने कहा,अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय इन जालसाजों पर सख्ती से मुकदमा चलाता है, और जो भी बुजुर्ग पीड़ितों को निशाना बनाएगा उसे निश्चित रूप से न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, पटेल ने पांच राज्यों में कम से कम 11 बुजुर्ग पीडÞितों के घरों पर जाकर उनकी कुल 22,31,216.99 अमेरिकी डॉलर की संपत्ति धोखाधड़ी से अपने कब्जे में कर ली।