सदर अस्पताल की आउटडोर सेवा सोमवार को बंद रहेगी। इसलिए मरीज इसका लाभी अब मंगलवार से ही ले सकेंगे। ऐसा कोरोना संक्रमण के कारण किया गया है। इस दौरान इसे सैनिटाइज किया जा रहा है। शनिवार को जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल की सामान्य ओपीडी सेवा अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दी गई है। इमरजेंसी एवं प्रसव सेवा जारी रहेगी। सदर अस्पताल को सैनिटाइज कराने के बाद मंगलवार से ओपीडी सेवा बहाल होगी। वहां दो चिकित्सक संक्रमित मिले हैं।
अस्पताल कराया जा रहा सैनिटाइज
हड़ताल की सूचना पर जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह व जिला कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ.सीके दास से बातचीत की। देर शाम सोमवार तक ओपीडी सेवा बंद रखने का फैसला लिया गया। कंट्रोल रूम प्रभारी ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश के मुताबिक अगले 48 घंटे तक ओपीडी सेवा बंद रहेगी। इस बीच पूरे वार्ड की धुलाई व सैनिटाइज का काम कराया जाएगा। इमरजेंसी सेवा जारी रहेगी।
कर्मियों की सुरक्षा का रखा जाएगा ख्याल
सदर अस्पताल से जुड़े एक वरीय अधिकारी व एक चिकित्सक के संक्रमित होने के बाद कर्मियों में भय है। कर्मचारी नेता विपिन बिहारी सिंह ने बताया कि बड़ी संख्या में चिकित्सक व कर्मी पॉजिटिव निकल रहे हैं। इसलिए निर्णय लिया गया है कि तत्काल अस्पताल बंद किया जाए। कर्मियों की सुरक्षा का ख्याल किया जाए। मौके पर कर्मचारी नेता राजू कुमार मिश्रा, रंजन कुमार, उपेंद्र महतो थे।
ये हैं मांगें
– पूरे सदर अस्पताल को सैनिटाइज कराया जाए।
– सभी कर्मचारियों का सामूहिक रूप से नमूना संग्रह कराया जाए।
– सभी कर्मियों को 14 दिन तक होम क्वारंटाइन किया जाए।
-जो कर्मचारी काम कर रहे हैं उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल किया जाए। सभी को मास्क, सैनिटाइजर, पीपीटी किट उपलब्ध कराई जाएं।
– प्रतिदिन पूरे अस्पताल को तीन बार सैनिटाइज कराया जाए। यहां आने वाले मरीज को सैनिटाइज किया जाए। इसके लिए अस्पताल के मुख्य गेट पर प्रतिदिन व्यवस्था होनी चाहिए।
अस्पताल पर बढ़ गया बोझ
-जूरन छपरा में अधिकतर निजी अस्पताल बंद होने के बाद अब सदर अस्पताल पर मरीजों का ज्यादा बोझ होगा। इसलिए पहले से ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
– केजरीवाल अस्पताल बंद होने से प्रसूता की भीड़ उमड़ेगी। इसलिए सदर अस्पताल परिसर में बने नए मातृ-शिशु सदन की सेवा शुरू करनी होगी।