बहराइच में हुई हिंसा के दौरान इस्लामी भीड़ द्वारा की गई 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की हत्या के पांच दिन बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों में राजा उर्फ मोहम्मद दानिश उर्फ जहीर/साहिर खान, सरफराज और तालिब नाम शामिल है। ये तीनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस ने बताया कि अन्य तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।
पुलिस ने गुरुवार को राम गोपाल मिश्रा की हत्या करने वाले आरोपी सरफराज और उसके साथी तालिब को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इस मुठभेड़ में दोनों आरोपी घायल हो गए। सरफराज उत्तर प्रदेश पुलिस से बचने के लिए नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन भागने की कोशिश में पुलिस ने उसे गोली मार दी। पुलिस मुठभेड़ के दौरान सरफराज का साथी तालिब भी उसके साथ था। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक और आरोपी हुआ गिरफ्तार
इसके अलावा पुलिस ने एक और नामजद आरोपी को गिरफ्तार किया है। दरअसल, राजा उर्फ मोहम्मद दानिश उर्फ जहीर/साहिर खान नामक व्यक्ति पर भी राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल होने का आरोप है। रिपोर्ट के अनुसार, जहीर खान नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे जिले के महसी ब्लॉक में राजी क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएचओ कमल शंकर ने बताया कि पुलिस ने दानिश उर्फ साहिर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।
अब तक 11 एफआईआर दर्ज
गौरतलब है कि बहराइच पुलिस ने अब तक 11 एफआईआर दर्ज की हैं , जिसमें 6 नामजद और 1,304 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने राम गोपाल मिश्रा की हत्या के सिलसिले में 10 लोगों के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से जमा होने और हत्या का मामला दर्ज किया है। इनमें से 6 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 4 अज्ञात हैं। गिरफ्तार किये गए तीनों आरोपी राम गोपाल मिश्रा की हत्या के नामजद आरोपियों में शामिल थे।
मिश्रा बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव से गुजर रहे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में भाग ले रहे थे, तभी अब्दुल हमीद और अन्य मुसलमानों ने उनकी निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी।
भाई हरि मिलन ने दर्ज करवाया था राम गोपाल की हत्या का मामला
राम गोपाल मिश्रा की हत्या की प्राथमिकी उनके भाई हरि मिलन द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी, जिसमें उन्होंने पुष्टि की थी कि शाम करीब 4 बजे उनके भाई राम गोपाल महाराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन देखने गए थे।
हरि मिलन ने पुलिस को दी गई एफआईआर में कहा कि यहां, अब्दुल हामिद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, राजा उर्फ साहिर खान (सभी रेहुवा मंसूर के निवासी) सहित 10 लोगों के एक समूह ने मेरे भाई राम गोपाल को पकड़ लिया, उसे घर में खींच लिया, उसे गोली मार दी और तलवार से कई वार किए, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने भाइयों राजन और किशन के साथ मिलकर उपरोक्त व्यक्तियों की पहचान कर ली, लेकिन हम चार अज्ञात व्यक्तियों की पहचान नहीं कर सके।
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इसके अलावा बहराइच पुलिस ने रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में 55 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान की जा रही है।