भारत में H3N2 वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में तो स्थिति यह हो गई है कि क्लास 1 से 8 तक के स्कूलों को 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे। पुदुचेरी के शिक्षा मंत्री नमस्सिवम ने फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ने के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है।
H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सब-टाइप वायरस है। पिछले कुछ समय में भारत में H3N2 वायरस का संक्रमण बढ़ा है। इसका संक्रमण होने पर मरीज को सांस लेने में परेशानी आती है। शुक्रवार को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के अनुसार भारत में 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच H3N2 वायरस के संक्रमण के 451 केस रिपोर्ट किए गए हैं।
H3N2 से अब तक सात लोगों की हुई है मौत
H3N2 वायरस के चलते देश में रिपोर्ट की गई पहली मौत कर्नाटक के हासन जिले में हुई थी। मृतक की उम्र 82 साल थी। वहीं, सोमवार को गुजरात में इस वायरस के चलते पहली मौत रिपोर्ट की गई थी। भारत में अब तक इस वायरस के संक्रमण के चलते सात लोगों की जान गई है।
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H3N2 के लक्षण
H3N2 का संक्रमण होने पर मरीज में फ्लू के लक्षण दिखते हैं। इसके लक्षणों में शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, दस्त, उल्टी, खांसी, गले में खराश, नाक बहना और सिरदर्द शामिल हैं। H3N2 बेहद संक्रामक है। यह कोरोना वायरस की तरह संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने, छींकने या बात करने पर निकलने वाली बूंदों से फैलता है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को इसका संक्रमण लगने का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोग जिनकी रोग निरोधी ताकत बीमारी के चलते कम हो गई हो, उन्हें भी इसका संक्रमण लगने का बहुत अधिक खतरा होता है।