राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम(एनटीईपी) के तहत जिला क्षय रोग इकाई पर सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से बृहस्पतिवार को टीबी चैम्पियन की समीक्षा बैठक हुई | बैठक में पिछले तीन माह में टीबी चैम्पियन द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गयी |बैठक की अध्यक्षता जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आरवी सिंह ने की |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने वर्ल्ड विजन संस्था से सभी टीबी चैम्पियनको सीयूजी मोबाइल नम्बर मुहैया कराने केनिर्देश दिए,जिससे कि क्षय रोगी के पास एक स्थायी नंबर हो और वह समय रहते मदद ले सके |
उन्होंने टीबी चैम्पियन से कहा कि वह क्षय रोगियों और उनके आस पास के लोगों को यह जरूर बताएंकि केवल फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है ताकि लोग क्षय रोगी के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें |
समीक्षा बैठक में एनटीईपी के समन्वयक दिलशाद हुसैन और वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक अभय चंद्र मित्रा ने टीबी चैम्पियन को सुझाव दिया कि क्षय रोगियों के परिवार के सदस्यों को प्रीवेंटिव थेरेपी लेने के लिए राजी करें और इसके लिए उनकी काउंसलिंग करें |
पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक रामजी वर्मा ने टीबी चैम्पियन को अगले सप्ताह शुरू होने वाले क्षय रोगी खोज अभियान (एसीएफ राउंड) में सहयोग करने के लिए कहा | इसके अलावा टीबी चैम्पियन जब भी सामुदायिक बैठकें करें वह प्रचार प्रसार सामग्री का प्रयोग जरूर करें |
वर्ल्ड विजन इण्डिया संस्था के जिला समिति समन्वयक अश्विनी कुमार पीपीटी के माध्यम से पिछले तीन माह के कार्यों का विवरण दिया कि कितने क्षय रोगियों तक चैम्पियनने पहुँच बनाई है | कितने क्षय रोगियों के परिवार के सदस्यों को टीबी चैम्पियन द्वारा एनटीईपी की सुविधाएं दी गई और कितनों की काउंसलिंग की गई |
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ज्ञात हो कि टीबी चैम्पियन की अवधारणा वर्ल्ड विजन इंडिया की पहल है | जो क्षय रोगी ठीक हो जाते हैं और वह समुदाय में क्षय उन्मूलन को लेकर अपना सहयोग देना चाहते हैं तो उन्हें टीबी चैम्पियन बनाकर टीबी इकाई पर नामित कर दिया जाता है | जहां पर वह क्षय रोगियों का फॉलो अप करते हैं और बीमारी का सामना करने में उनकी मदद करते हैं
इस मौके परएसटीएलएस, 12 टीबी चैम्पियन सहित कुल 22 लोग उपस्थित रहे |