तवांग में दिसंबर 2022 में भारतीय और चीनी सेना के बीच हुई झड़प के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहली बार अरुणाचल प्रदेश पहुंचे थे। मंगलवार को चीन को अप्रत्यक्ष रूप से ललकारते हुए उन्होंने कहा कि भारत युद्ध में विश्वास नहीं करता है, लेकिन सीमा पर किसी भी चुनौती और अपने क्षेत्र की रक्षा करने की क्षमता रखता है।
इंडियन आर्मी सीमा पर किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार
अरुणाचल प्रदेश में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना सीमा पर किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा, “हाल ही में हमारी सेना ने उत्तरी क्षेत्र में प्रतिकूल स्थिति का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया और बहादुरी और मुस्तैदी के साथ स्थिति से निपटा। यह इस क्षेत्र में पर्याप्त ढांचागत विकास के कारण संभव हुआ है।”
राजनाथ सिंह ने सियोम नदी पर किया पुल का उद्घाटन
रक्षा मंत्री ने सियांग जिले में चीन के साथ अरुणाचल प्रदेश की उत्तरी सीमा के करीब सियोम नदी पर 100 मीटर लंबे पुल का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सियोम पुल के अलावा सीमा सड़क संगठन (BRO) की 27 अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया, जिसमें 21 पुल, तीन सड़कें और तीन अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।
LAC पर China के घुसपैठ के प्रयासों का दिया उदाहरण
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में LAC पर चीन के घुसपैठ के प्रयासों का उदाहरण देते हुए कहा, “भारत ने कभी कोई युद्ध शुरू नहीं किया है और किसी अन्य देश के क्षेत्र की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया है। अगर कोई हमारे शांति-प्रेम को हमारी कमजोरी समझने की भूल करे, तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम शांति के भक्त हैं, पर शक्ति के भी भक्त हैं।”
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हम युद्ध में विश्वास नहीं करते हैं- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “भगवद गीता में श्री कृष्ण हमें कर्तव्य और सत्य की रक्षा के लिए युद्ध करने के लिए प्रेरित करते हैं। कुछ समय पहले हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के संकल्प को स्पष्ट करते हुए कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। इसका मतलब यह है कि हम युद्ध में विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन अगर संघर्ष हम पर थोपा जाता है तो हम इसके खिलाफ मजबूती से लड़े हैं और भविष्य में भी ऐसा करेंगे। इसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए और हम तैयार हैं।”