रांची। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में गुरुवार को पूर्वी क्षेत्रीय अंतरराज्यीय परिषद की 27वीं बैठक रांची में आयोजित हुई। चल रही इस बैठक में झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच अंतरराज्यीय समन्वय से जुड़े कुल 20 एजेंडों पर चर्चा हो रही है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा और मंत्री मुकेश महालिंग, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं मंत्री विजय चौधरी और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के अलावा चारों राज्यों के कई वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित हैं। विभिन्न विषयों पर झारखंड का पक्ष रखने के लिए 15 वरिष्ठ आईएएस-आईपीएस की टीम बैठक में मौजूद हैं।
27वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में माननीय अध्यक्ष और सभी माननीय सदस्यों का हार्दिक स्वागत है।
जोहार! pic.twitter.com/4bzPRgUqzb
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 10, 2025
विभिन्न विषयों पर झारखंड का पक्ष रखने के लिए 15 वरिष्ठ आईएएस-आईपीएस की टीम बैठक में मौजूद है। बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वागत किया। बैठक में झारखंड-पश्चिम बंगाल के बीच मयूराक्षी डैम जल विवाद, अपर महानंदा जल योजना के तहत फुलबारी डैम की कॉस्ट शेयरिंग, बिहार में इंद्रपुरी जलाशय परियोजना का निर्माण, व्यापक गाद प्रबंधन नीति, बैंक शाखाओं की गांवों में पहुंच, बच्चों-महिलाओं से दुष्कर्म, पोक्सो अधिनियम आदि के मामले में त्वरित अनुसंधान, राज्यों में फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट की अद्यतन स्थिति, इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम 112 की अद्यतन स्थिति, पश्चिम बंगाल में जमीन अधिग्रहण में विलंब के चलते बीएसएफ के बटालियन और इसके सेक्टर मुख्यालय की स्थापना में हो रहे विलंब जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।
27वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक देश के गृह मंत्री श्री #AmitShah की अध्यक्षता में हो रही है। बैठक में शामिल होने आए बिहार के उप मुख्यमंत्री, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के मंत्रियों, भारत सरकार एवं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद के सदस्य राज्यों के प्रतिनिधियों का झारखण्ड में स्वागत है। pic.twitter.com/KXn2J9a15D
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) July 10, 2025
झारखंड सरकार बैठक के दौरान केंद्र पर 1 लाख 36 हजार करोड़ के बकाए की दावेदारी एक बार फिर से पेश कर सकती है। झारखंड सरकार बैठक के दौरान केंद्र पर 1 लाख 36 हजार करोड़ के बकाए की दावेदारी एक बार फिर से पेश कर सकती है। इसके अलावा, मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि रिलीज करने का मुद्दा भी उठाए जाने की तैयारी है। बिहार और झारखंड के बीच विभाजन के बाद से ही लंबित चल रहे दायित्वों के पुनः निर्धारण और पेंशन संबंधी विवाद का मुद्दा भी बैठक में उठना तय माना जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दोनों राज्यों के महालेखाकारों को दोनों राज्यों को पेंशन की देनदारी के वास्तविक आंकड़े जुटाने का निर्देश दिया था
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दोनों राज्यों के महालेखाकारों को दोनों राज्यों को पेंशन की देनदारी के वास्तविक आंकड़े जुटाने का निर्देश दिया था। दोनों राज्यों के बीच पेंशन राशि के भुगतान एवं प्राप्ति संबंधी आंकड़ों के बीच एकरूपता नहीं होने को लेकर विवाद है।