फिल्म अभिनेता रणबीर कपूर उनकी अभिनेत्री पत्नी आलिया भट्ट अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ की रिलीज से पहले मंगलवार को उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे थे, लेकिन एक हिंदू संगठन के विरोध के चलते वे दोनों दर्शन किए बगैर ही वापस मुंबई लौट गए थे। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अब प्रदेश के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा की प्रतिक्रिया सामने आई है। बुधवार सुबह उन्होंने नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक पत्रकार द्वारा इसके बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा दौरान कहा कि किसी मसले पर प्रदर्शन होना अलग विषय है।
रणबीर और आलिया के लिए बाबा महाकाल के दर्शन की पूरी व्यवस्था उज्जैन प्रशासन ने की थी। उनके साथ आए अयान मुखर्जी व अन्य लोगों ने महाकाल के दर्शन किए भी। वहां पूरी व्यवस्था की गई थी। मेरी वहां के प्रशासन से बात हुई है और जैसा मुझे बताया गया कि रणबीर और आलिया से भी दर्शन के लिए चलने का आग्रह किया गया था, लेकिन प्रदर्शन को दृष्टिगत रखते हुए वे खुद नहीं गए। इस मामले में गृहमंत्री ने आगे यह भी कहा कि वैसे लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग कलाकारों को नहीं करना चाहिए।
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गौरतलब है कि रणबीण कपूर ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में बीफ (गोमांस) खाने की बात कही थी। उनकी इसी बात को लेकर हिंदू संगठन भड़के हुए हैं। मंगलवार को भी रणबीर-आलिया के महाकाल मंदिर में दर्शन के के लिए आने की खबर सुनकर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना था कि रणबीर कपूर खुद को बीफ (गोमांस) प्रेमी बताते हैं। ऐसे में उन्हें महाकाल मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। कार्यकर्ताओं ने उनकी फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ का विरोध करने की भी बात कही।