जीएसटी, महंगाई और अग्निपथ योजना को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा लगातार जारी है। आज छठे दिन भी लोकसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की वजह से नहीं हो सकी। विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ हल्ला बोल कर रहा है। इन सब के बीच हंगामा कर रहे कांग्रेस के चार सांसदों को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें मणिकम टैगोर, राम्या हरिदास, ज्योतिमणि और टीएन प्रतापन शामिल हैं। दूसरी ओर हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही 26 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह के कारण सदन की कार्यवाही आज अपराह्न 2 बजे से शुरू हुई थी।

निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा। लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। बिरला ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उनके उत्तर दिये। इस बीच, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर एलपीजी सहित जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाये जाने जैसे मुद्दों का उल्लेख किया गया था।
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शोर-शराबा करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि मेरी सहृदयता का अलग अर्थ नहीं निकालें। तीन बजे बाद सदन में चर्चा करवाने के लिए तैयार हूं। सरकार चर्चा कराने को तैयार है। उन्होंने कहा कि लेकिन यदि तख्तियां ही दिखानी हैं तो तीन बजे बाद सदन के बाहर दिखाइएगा।बिरला ने कहा कि तीन बजे के बाद तख्तियां और नारे सदन के बाहर ही दिखा पाएंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि सदन की कार्यवाही चले।
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