वर्ष 2014 के बाद अभूतपूर्व तेजी लाई गई। सिर्फ छह साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया: पीएम
शिमला। हिमाचल प्रदेश मं दुनिया की सबसे लम्बी सुरंग जिसे अटल टनल का नाम दिया गया है वो खोल दी गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह 10 बजे हिमाचल के रोहतांग में इसका उदघाटन किया। इस सुरंग के कारण मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किमी कम हो गई।
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने यहां सार्वजनिक कार्यक्रम में अपना संबोधन भी दिया। अटल टनल का शुभारंभ कर पीएम ने हिमाचल प्रदेश और लेह-लद्दाख के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल का मुझपुर बहुत अधिकार है। उन्होंने कहा कि बोगीबिल ब्रिज पर भी अटल जी की सरकार के समय काम शुरु हुआ था, साल 2014 के बाद इस काम ने गति पकड़ी और 4 साल के भीतर इस पुल का काम पूरा कर लिया गया। उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से 2013-14 में अटल टनल पर काम हो रहा था अगर उसी रफ्तार से काम चला होता तो ये सुरंग साल 2040 में जाकर पूरी होती। इसके काम में 2014 के बाद अभूतपूर्व तेजी लाई गई। सिर्फ छह साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया।
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चंबा व कांगड़ा के लाखों लोगों को भी उम्मीद को मिली नई किरण
ऐतिहासिक अटल टनल रोहतांग आज जनता को समर्पित हो गई। इससे मनाली से लाहुल-स्पीति की दूरी भी कम हो जाएगी। इस ऐतिहासिक काम के बाद अब लाहुल की तरह कबायली क्षेत्र चंबा व कांगड़ा के लोगों की उम्मीदें भी जागी है। लाहुल के लोग जिस तरह से कुल्लू में रहते हैं, वैसे ही चंबा के अधिकतर लोग कांगड़ा में रहते हैं। दोनों स्थानों की भोगौलिक परिस्थितियां भी काफी मेल खाती हैं। ऐसे में प्रदेश के दूरस्थ जिला लाहुल को टनल के माध्यम से जोड़ने के बाद अब चंबा व कांगड़ा के लाखों लोगों को भी उम्मीद की नई किरण दिखने लगी है। लोगों को कई बार होली उतराला, तो कभी चामुंडा होली के नाम पर सुरंग बनाने की आश्वासन मिलते रहे हैं। इतना ही नहीं, अब आसान और छोटी टनल का प्रस्ताव शाहपुर के धारकंडी क्षेत्र से कूरां छतराड़ी को जोड़ने का भी आने लगा है।