सोशल मीडिया पर नजर रखने की जरूरत, असमाजिक तत्व चुनाव को कर सकते हैं प्रभावित : आनंदीबेन पटेल

 “राष्ट्रीय मतदाता दिवस” के अवसर पर सभी प्रमुख सरकारी विभागों में कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई। इसका कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भी आयोजित हुआ। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हिस्सा लिया। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लाइसेंस शस्त्र को जमा कराएं, सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ इंटरनेट मीडिया पर नजर रखने की जरूरत है । इसमें असामाजिक तत्व मतदान को प्रभावित कर सकते हैं । उन्होंने कहा कि हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारे आस-पास अगर कोई मतदाता नहीं बन पाया है तो उसका नाम सूची में डाला जा सके ।

राज्यपाल ने कहा कि इस बार किसी भी स्थिति में वोट प्रतिशत 70 फीसदी को पार करना है । हमारे एक वोट से कोई परिवर्तन नहीं होगा ये एक गलत सोच है । प्रदेश के सभी नागरिकों को अपने मतदान का प्रयोग शत प्रतिशत करना चाहिए ।

कार्यक्रम के दौरान पहली बार वोट करने वाले युवाओं को उनका मतदाता कार्ड दिया गया। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में प्रदेश में 15 करोड़ 2 लाख तक मतदाता हैं। बीते कुछ महीनों में इसमें करीब 30 लाख मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है। ये सब युवा मतदाता हैं।

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गुजरात में नगर निगम और पंचायत में 80 से 90 फीसदी तक मतदान होता है लेकिन विधान सभा और लोक सभा में ये संख्या कम हो जाती है। इसमें लोग नगर निगम और पंचायत को अपना वाला समझ कर वोट करते हैं। मतदान ना करने वालों के घर पर जाकर ये पूछना चाहिए कि आप ने मतदान क्यों नहीं किया । इसमें यह पता चलेगा कि आखिर मतदान क्यों नहीं हुआ। निकाय और पंचायत चुनाव में पूरी सोसायटी का नाम होता है । लेकिन विधान सभा और लोकसभा में नाम गायब रहता है ये क्यों होता है पता नहीं चलता है। पुरुष की जगह महिला की फोटो लग जाती है। अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।

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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि 2007 में जहां 46 फीसदी मतदान किया गया था। पिछले चुनाव में यह संख्या 61 फीसदी तक पहुंच गई थी। हालांकि अभी भी करीब 40 फीसदी लोग मतदान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब आप अच्छी सरकार चाहते हैं तो ये वह वक्त है कि अपने घर में न बैठे। छुट्टी ना मनाएं बल्कि जिस दिन आपके यहां चुनाव हो तो उसमें शत प्रतिशत हिस्सा लें । 18 सा से ज्यादा उम्र के 15 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं से अनुरोध है कि वो चुनाव में शत प्रतिशत हिस्सा लें।