कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी पार्टी में शामिल हो गए। दोनों नेता नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस में शामिल हुए। कन्हैया कुमार जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष हैं और जिग्नेश मेवाणी दलित समुदाय से हैं। हालांकि उनको पार्टी में शामिल किये जाने के बाद कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने अपनी की पार्टी के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए सवाल खड़े किये है।
कन्हैया और जिग्नेश को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है कांग्रेस
जिग्नेश मेवाणी गुजरात के वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं और राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच (आरडीएएम) के संयोजक हैं। 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने वडगाम निर्वाचन क्षेत्र में मेवाणी के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
कांग्रेस में शामिल होने से पहले कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ने राहुल गांधी के साथ दिल्ली के आईटीओ स्थित शहीदी पार्क में भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उल्लेखनीय है कि आज भगत सिंह की आज जयंती है। इस दौरान गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल भी मौजूद थे। ऐसी अटकलें हैं कि कांग्रेस कन्हैया कुमार को बिहार राज्य कांग्रेस में और गुजरात में जिग्नेश मेवाणी को भूमिका दे सकती है।
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वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कुमार और मेवाणी के शामिल होने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बारे में अटकलें हैं। 1973 की पुस्तक ‘कम्युनिस्ट इन कांग्रेस’ कुमारमंगलम थीसिस पर फिर से विचार करना शायद शिक्षाप्रद हो सकता है। जितनी अधिक चीजें बदलती हैं, उतनी ही वे शायद वैसी ही रहती हैं। उन्होंने आज इसे फिर से पढ़ा है।