एलपीजी की बढ़ी कीमतों पर अब एनडीए के भीतर ही मतभेद दिखने लगे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से मोदी सरकार पर हमले के बाद अब जेडीयू ने बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग की है। पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने बुधवार को एलपीडी सिलेंडरों पर 25 रुपये की बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर इसका असर आने वाले दिनों में राज्यों के चुनावों में दिख सकता है। केसी त्यागी ने कहा कि इससे घरेलू बजट बिगड़ जाएगा। कोरोना काल में लोगों पर बढ़ी कीमतों का बोझ संकट पैदा करेगा और विपक्ष इसे चुनाव में इस्तेमाल कर सकता है।

केसी त्यागी ने कहा कि अगले कुछ महीनों में कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं और इसके चलते असर पड़ सकता है। बता दें कि बीते 15 दिनों में एलपीजी की कीमतों में दो बार 25 रुपये का इजाफा हो चुका है। पहले 18 अगस्त को 25 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी और अब एक बार फिर से इतने ही दाम बढ़ गए हैं। पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर केसी त्यागी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘कीमतों में अप्रत्याशित इजाफा हुआ है। देखें आज पेट्रोल और डीजल के दाम कहां पहुंच गए हैं। किचन का बजट भी बुरी तरह बिगड़ा है। यह चिंताजनक है।’
जेडीयू नेता ने कहा कि सहयोगी दल के तौर पर हम सरकार को सुझाव देना चाहते हैं कि हाल ही में हुए इजाफे को वापस लिया जाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि अगले कुछ ही महीनों में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। हमारे राजनीतिक विरोधी इस मुद्दे को चुनाव में हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि अगले साल की शुरुआत में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। केसी त्यागी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को मार्केट के हवाले किए जाने को भी गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि आम लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार को दखल देना चाहिए और इनकी कीमतों को नियंत्रित करना चाहिए।
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