अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह बाल्मीकि ने गुरूवार को कहा कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने के बाद गुंडाराज पर प्रभावी नियंत्रण देखने को मिला है। उसी का नतीजा है कि गुंडों ने योगी सरकार के सामने घुटने टेक दिये हैं। हालांकि इतने बड़े काम के लिए चार-साढ़े चार साल का समय पर्याप्त नहीं है। वह सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
अनुसूचित जाति,जनजाति आयोग के सदस्य ने गुरूवार को भ्रष्टाचार नियंत्रण को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि सूबे की कमान जब 2017 में योगी जी ने संभाली तभी से उन्होंने भ्रष्टाचार और गुंडाराज पर प्रभावी नियंत्रण के लिए काम किया। उस समय गुंडागर्दी में बिहार के बाद हमारे राज्य का नाम आने लगा था। ऐसे समय में श्री योगी ने सत्ता संभालते ही साफ कर दिया कि अपराधियों की दो ही जगह हो सकती हैं। या तो वह जेल चलें जाएं या कब्रिस्तान जाने का रास्ता चुन लें। इसी के तहत बनायी गयी प्रभावी रणनीति का ही नतीजा है कि आज प्रदेश में गुंडों को सरकार के आगे घुटने टेकने पड़े हैं। योगी सरकार लगातार इस काम में लगी है।
उन्होंने कहा कि यह सच है कि भ्रष्टाचार और गुंडाराज पर पूरी तरह से लगाम लगाने में और समय लगेगा। लगभग 14 साल के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार वापस आयी थी। अभी चार-साढ़े चार साल का समय इस बड़े काम के लिए पर्याप्त नहीं है। प्रदेश और जनसंख्या का आकार बहुत बड़ा है। इस समयकाल में हर व्यक्ति तक पहुंच पाना संभव नहीं है, लेकिन इसके बावजूद हमारी सरकार का निरंतर प्रयास है कि हम जनजन तक अपनी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को और विशेष रूप से सरकार नीतियों को पहुंचाये ताकि लोग उनका अधिक से अधिक लाभ ले पायें।