राम नगरी अयोध्या के सर्वांगीण विकास को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का बस अड्डा बनाने के लिए राज्य सरकार का संस्कृति विभाग अपनी नौ एकड़ जमीन परिवहन विभाग को सौंपेगा। शासन के इस प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने भी सोमवार का अपनी मंजूरी दे दी।
योगी सरकार के मंत्री ने दी जानकारी
कोरोना काल में लम्बे अरसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोक भवन में अपनी कैबिनेट की बैठक की। इस दौरान कैबिनेट ने शासन के कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित किया।
बैठक के बाद योगी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। ऐसे में सरकार वहां की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना चाहती है। साथ ही वहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए योगी सरकार राम नगरी में एक अत्याधुनिक अंतरराष्ट्रीय स्तर का बस अड्डा बनाने जा रही है। इसके लिए संस्कृति विभाग नौ एकड़ जमीन परिवहन विभाग को देगा।
मंत्री ने बताया कि इस बस अड्डा को बनाने में करीब 400 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। वैसे योगी सरकार इसे पीपीपी मॉडल बनाने की सम्भावना भी तलाश रही है।
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उन्होंने बताया कि अयोध्या में सुल्तानपुर मार्ग पर भीड़ ज्यादा होने से यातायात की समस्या अधिक है। यह मार्ग वहां बन रहे नए एयरपोर्ट को भी जोड़ता है। ऐसे में सरकार ने वहां चार लेन का 1.5 किमी लम्बा फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए शिक्षा विभाग की जमीन सार्वजनिक निर्माण विभाग को दी जाएगी।
अनूपशहर के बस अड्डे के लिए भी निःशुल्क जमीन
योगी सरकार ने इसी तरह बुलंदशहर के अनूप शहर विधानसभा क्षेत्र में भी बस अड्डा बनाने के लिए निःशुल्क जमीन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मंत्री ने बताया कि इसके लिए अनूपशहर नगर पालिका की जमीन परिवहन विभाग को दी जाएगी। कैबिनेट की बैठक में आज इस पर भी फैसला लिया गया।