रायबरेली। प्रदेश की राजनीति में अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले RSSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर विवादों में घिर गए, लेकिन इस बार वजह उनका बयान नहीं बल्कि उन पर हुआ हमला है। बुधवार को रायबरेली के गोल चौराहे पर एक स्वागत कार्यक्रम के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य समर्थकों के बीच पहुंचे थे, जहां फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया जा रहा था। तभी एक युवक, जो भीड़ में शामिल था, माला पहनाने के बहाने मौर्य के पास पहुंचा और अचानक उनके सिर पर तमाचा जड़ दिया। हमले के तुरंत बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक भड़क उठे और हमलावर युवकों को पकड़कर लात-घूंसे और डंडों से पीटना शुरू कर दिया।
भीड़ का गुस्सा इतना अधिक था कि आरोपी युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच, मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने किसी तरह हालात को संभाला और आरोपियों को भीड़ के चंगुल से छुड़ाकर हिरासत में लिया। फिलहाल दोनों हमलावर पुलिस की निगरानी में हैं और इलाके का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे मौर्य को माला पहनाने के दौरान पीछे से आए दो युवकों ने हमला किया। वीडियो के सामने आने के बाद घटना को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हमलावर युवकों का संबंध करणी सेना से बताया जा रहा है, हालांकि इस पर करणी सेना की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हमले में शामिल युवकों को मौर्य समर्थकों की पिटाई के चलते गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें चिकित्सकीय जांच के लिए भेजा गया है।
मौर्य ने प्रदेश सरकार को बताया जिम्मेदार
घटना के बाद मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रदेश सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “ये सरकारी गुंडे हैं। करणी सेना के नाम पर भेजे गए लोग हैं। मैं लखनऊ से फतेहपुर जा रहा था और रायबरेली के सारस चौराहे पर समर्थकों से मिलने के लिए रुका था, तभी यह हमला हुआ।” उन्होंने दावा किया कि यह हमला पूर्व नियोजित था और सरकार इसमें शामिल है।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले भी अपने विवादित बयानों और राजनीतिक रुखों के कारण निशाने पर रहे हैं, और उन पर हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है।