इजरायल-फलस्तीन की खूनी जंग में हमास ने टेके घुटने, अमेरिका बना रास्ते का रोड़ा

इजरायल और फलस्तीन के बीच बीते 10 दिन से भी अधिक समय से जारी विवाद के बीच अब संघर्ष विराम को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। फलस्तीनियों के चरमपंथी संगठन हमास को जहां उम्मीद है कि वैश्विक दबाव बढ़ने के कारण अगले 24 घंटे में संघर्षविराम हो सकता है तो वहीं अमेरिका ने इजरायल-हमास के बीच संघर्षविराम के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का विरोध किया है।  उसने कहा है कि इससे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के युद्ध समाप्त करने के प्रयास बाधित हो सकते हैं।

फ्रांस ने इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया है। इससे पहले अमेरिका चार बार उसके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से प्रस्ताव जारी कराने के प्रयास उक्त कारण देते हुए ही विफल कर चुका था। राजनयिकों ने बताया कि सभी अन्य सदस्य देशों ने बयान का समर्थन किया है। प्रेस में बयान जारी करने के लिए सभी 15 सदस्य देशों की सहमति की आवश्यकता होती है लेकिन प्रस्ताव के लिए कम से कम नौ सदस्यों की ‘हां’ की जरूरत होती है। अमेरिका या अन्य चार स्थायी सदस्य देशों द्वारा ‘वीटो’ का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

प्रस्ताव पर अमेरिका संग हुई बात

फ्रांस सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि उस प्रस्तावित प्रस्ताव पर बुधवार को अमेरिका के साथ ‘बेहद गहन बातचीत’ हुई, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के राजनयिकों ने गाजा में संघर्ष विराम और वहां मानवीय मदद मुहैया कराने का अनुरोध किया है।  संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन के प्रवक्ता ने बाद में कहा, ‘हम यह स्पष्ट कर चुके हैं कि हम हिंसा को समाप्त करने के लिए जारी राजनयिक प्रयासों का समर्थन करते हैं और ऐसे किसी कदम का समर्थन नहीं करेंगे जो, हमें लगता है कि ऐसे प्रयासों को कमजोर करेंगे। ’

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इजरायल ने क्या कहा?

वहीं इजरायल ने अभी तक इस बारे में साफतौर पर कुछ नहीं कहा है।  इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह ‘अभियान का मकसद पूरा होने तक उसे जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ’ इजरायल और फलस्तीन के बीच बीते 10 दिन से चल रही भीषण लड़ाई बुधवार को भी जारी रही।  इजरायल ने गाजा पर हवाई हमले जारी रखे, जबकि फलस्तीनी उग्रवादियों ने भी इजरायल पर दिन भर रॉकेट दागे।  इस बीच लेबनान से भी उत्तरी इजरायल में रॉकेट दागे गए।  फलस्तीन में मृतकों की संख्या 220 (60 से अधिक बच्चों सहित) पहुंच गई है जबकि इजरायल में 12 (2 बच्चों सहित) है।