कई इस्लामी कट्टरपंथी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डासना इलाके में स्थित शिव-शक्ति पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। उन्हें बराबर हत्या की धमकी दे रहे हैं। इसी क्रम में इस बार एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमे एक कट्टरपंथी मौलवी ने यति नरसिंहानंद के बयान को कोरोना की वजह से हो रही मौतों कि वजह बताया है। बताया आ रहा है कि यह वीडियो बांग्लादेश का है।

मौलवी ने किया भड़काऊ विरोध प्रदर्शन
दरअसल, इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। वीडियो में बांग्लादेशी मौलवी के साथ खड़े होकर लोग विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में मौलवी कह रहा है कि आज बांग्लादेश के दिनाजपुर में जुमे की नमाज के बाद वे लोग इकट्ठे हुए हैं। इससे पहले वो माइक लेकर कुछ आयतें भी पढ़ता है।
मौलवी कहता है कि हम ये कहने के लिए जुटे हैं कि हिंदुस्तान का वो पंडित, वो जलील पंडित ख़बीस नरसिंहानंद सरस्वती जिसने ‘रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम’ की शान में गुस्ताखी की है। हम ये कहना चाहते हैं कि पूरी दुनिया के हम 2 करोड़ मुसलमान, अल्लाह हमारी जान रसूलल्लाह के कदम पर कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। सारी दुनिया के मुसलमान हर कुछ मान लेंगे, लेकिन रसूलल्लाह की शान में गुस्ताखी कभी नहीं मानेंगे।
मौलवी आगे कहता है कि भारत सरकार से हम ये कहना चाहते हैं कि सुन लीजिए, ये सिर्फ हम नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग कह रहे हैं। आज जिस तरह से वहाँ कोरोना से लोग मारे जा रहे हैं और श्मशान घाट में चिता जलाने के लिए जगह नहीं मिल रही है- इसकी प्रमुख वजह ये हिंदुत्ववादी हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह इस्लाम की मुखालफत और रसूल अल्लाह की शान में गुस्ताखी है।
वीडियो के माध्यम से मौलवी ने कहा है कि अभी भी वक़्त है कि हिन्दू तौबा कर लें और रसूल अल्लाह से माफ़ी माँग लें। उसने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो तुम्हारी लाशें चिता पर नहीं जलाई जाएगी। तुम्हारी लाशों को चील-कौवे और गीदड़ खा कर ख़त्म करेंगे। मैं तुम्हें दावत देता हूँ। कलमा पढ़ मुसलमान हो जाओ। अगर मुक्ति चाहते हो तो इस्लाम अपना लो।
यह भी पढ़ें: सीएम बनते ही कई अधिकारियों पर चला ममता का चाबुक, लिया पुराने जख्मों का बदला
यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से फ़ैल रहा है और लोगों में इसको लेकर रोष भी देखने को मिल रहा है। सांप्रदायिक सौहाद्र पर कुठाराघात करने वाला यह वीडियो कब का है, इस बात की कोई ख़ास जानकारी नहीं मिल सकी है।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine