कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी की दूसरी लहर का कहर रोजाना ढाई हजार से ज्यादा लोगों की जान ले रहा है। संकट के ऐसे हालात में विदेश से मदद के हाथ आगे आए हैं। कई देशों ने भारत को इस संकटकाल में मदद करना शुरू किया है, तो कई मल्टीनेशनल कंपनियां भी भारत की मदद करने के लिए आगे आ रही हैं।
ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर समेत दुनिया के कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। अमेरिका ने शुरुआती टालमटोल के बाद आखिरकार कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति करने के लिए सहमति जता दी है। ब्रिटेन और सिंगापुर ने प्राथमिकता के आधार पर मेडिकल सहायता की समाग्री भारत के लिए रवाना की है।
ऐसे वक्त में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी भारत की मदद करने की बात कही है। अमेरिकी कंपनी गूगल ने भारत को कोरोना से लड़ने के लिए अपने सामाजिक सहायता फंड से 135 करोड़ रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भी भारत को सहायता करने का ऐलान किया है। एक ट्वीट करके नडेला ने कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट कोरोना संकट के समय में लोगों को राहत देने के प्रयासों में सहायता करने के लिए अपनी वॉयस, संसाधनों और तकनीक का उपयोग करना जारी रखेगी। इसके साथ ही क्रिटिकल ऑक्सीजन कंसन्ट्रेशन डिवाइस खरीदने में भी भारत का सपोर्ट करेगी।
दूसरी ओर भारत की सहायता करने का ऐलान करने वाले गूगल ने कहा है कि कोरोना काल में भारत की सहायता के लिए 135 करोड़ रुपये की मदद गिवइंडिया और यूनिसेफ के जरिये दी जाएगी। इस फंड का इस्तेमाल भारत में मेडिकल उपकरण की सप्लाई करने और कोरोना वायरस से प्रभावित परिवारों की मदद करने में किया जाएगा।
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गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट करके लिखा है कि गूगल और गूगलर्स 135 करोड़ रुपये की फंडिग यूनिसेफ को मेडिकल सप्लाई के लिए, हाई रिस्क वाली कम्युनिटी का सपोर्ट करने वाले संगठनों और महत्वपूर्ण इंफोर्मेशन देने में मदद करने वालों को ग्रांट के तौर पर दे रहे हैं।