पूरी दुनिया में हाहाकार मचा चुकी महामारी कोरोना से अब जल्द ही निजात मिलने वाली है, कई देशों में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण भी शुरू हो चुका है। ऐसे में भारत में भी कोरोना वैक्सीन जल्द ही आने की खबरों के बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का बड़ा बयान सामने आया है कि देश भर में लोगों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन मिलेगी। केंद्रीय मंत्री के बाद अब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ। सत्येन्द्र जैन ने दिल्लीवासियों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने का एलान कर दिया है।
गौरतलब है कि शनिवार से देश भर के करीब 116 जिलों के 259 स्थानों पर कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्राई रन किया जा रहा है। टीकाकरण को लेकर देश भर में तैयारी पूरी करने के लिए अभ्यास किया जा रहा है क्योंकि आने वाले सप्ताह में देश में टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा।
बंगाल में भी शुरू हुआ कोविड वैक्सीन का ड्राई रन
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तैयारियां पूरे देश में शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ड्राई रन के माध्यम से तैयारियों को परखा गया है। शनिवार सुबह राजधानी कोलकाता से सटे बिधाननगर म्युनिसिपल कारपोरेशन के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ड्राई रन अभियान चलाया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मी शामिल रहे।
क्या है ड्राई रन
दरअसल ड्राई रन एक तरह का ट्रायल है, जिसके माध्यम से यह परखा जाएगा कि वैक्सीन स्टोरेज पॉइंट से कैसे टीकाकरण वाले स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचेगी, उसे कोल्ड चेन पॉइंट पर भेजने के बाद एक व्यक्ति को लगाने में कितना समय लगेगा, उसके प्रतिकूल अथवा सकारात्मक प्रभाव को समझने में कितना वक्त लगेगा और उसे कैसे संभाला जाएगा, आदि की पूरी व्यवस्था को परखने की प्रक्रिया को ही ड्राई रन नाम दिया गया है। देश में वैक्सीन स्टोरेज के लिए चार बड़े पॉइंट बनाए गए हैं, उनमें से एक कोलकाता में है जबकि बाकी के तीन मुंबई, चेन्नई और करनाल में हैं। यहीं से विशेष विमान के जरिए वैक्सीन को देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचाया जाएगा।
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एक बार में केवल एक व्यक्ति को मिलेगी एंट्री
उक्त अधिकारी ने बताया कि वैक्सीनेशन रूम में एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति को ही प्रवेश करने दिया जाएगा। एक रूम में पांच हेल्थ ऑफिसर होंगे जिन्हें टीकाकरण के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है। केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी की है। इसके अलावा एक सुपरवाइजर है जो पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगा।