कृषि क़ानून के खिलाफ आंदोलित किसानों और सरकार के बीच में हुई चौथे दौर की बैठक भी कोई नतीजा नहीं निकाल सकी है। गुरूवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई इस बैठक में किसानों द्वारा की जा रही मांगों के विषय में चर्चा की गई लेकिन यह चर्चा बेनतीजा साबित हुई। अब पांचवे दौर की बैठक के लिए 5 दिसंबर का दिन निर्धारित किया गया है। तबतक किसानों का आन्दोलन जारी रहेगा। इस बैठक में सरकार की ओर से कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और पंजाब से सांसद एवं वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश शामिल रहे।
किसानों ने सरकार को दिया अल्टीमेटम
बताया जा रहा है कि इस बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से कहा कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) को नहीं छुएगी और ना ही इसमें कोई बदलाव किया जाएगा। हालांकि, किसानों ने बराबर अपनी पुरानी सभी मांगों को ही सामने रखा। इसके साथ ही सरकार ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को बड़ा अल्टीमेटम भी दिया है।
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किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि कानून को निरस्त करने की घोषणा करें अन्यथा चर्चा बंद करें। किसान अगली बैठक में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा है कि आज ही चर्चा खत्म करें। सूत्रों ने जानकारी दी है कि किसानों से बाचतीत के दौरान वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने गृह मंत्री अमित शाह से दो बार फोन पर बात की। किसान और सरकार लगातार अपनी-अपनी बातों पर अड़े हुए हैं।
किसानों के साथ हुई वार्ता में गुरुवार को तीन केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और पंजाब से सांसद एवं वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने हिस्सा लिया। सरकार ने बताया कि वार्ता दोपहर को आरंभ हुई और सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत जारी है। वहीं किसान नेताओं ने बैठक में सरकार से मांग की है कि वह कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए।