टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला था। पिछले दो मैचों में टीम इंडिया की धीमी शुरुआत के चलते आज का मैच भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण था। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप होने से खुद को बचा लिया। भारत ने 13 रन से बुधवार को तीसरा वनडे मैच जीता।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने मेजबान को 303 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में ऑस्ट्रेलिया 289 रन ही बना पाई। डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके पूरा मैच ही पलट दिया। हालांकि ग्लेन मैक्सवेल की तूफानी बल्लेबाजी को देखते हुए एक समय ये मैच भी ऑस्ट्रेलिया के पाले में जाता नजर आ रहा था, मगर ऐन वक्त पर जसप्रीत बुमराह ने मैक्सवेल को बोल्ड करके मैच का पासा ही पलट दिया। इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने सीन एबॉट और फिर कुलदीप यादव ने एश्टन एगर को आउट करके भारत की जीत सुनिश्चित कर दी।
अलग लय में नजर आए गेंदबाज
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरोन फिंच ने सर्वाधिक 75 रन बनाए। वहीं पिछले दोनों मुकाबलों की तुलना में तीसरे वनडे मैच में भारतीय गेंदबाज अच्छे फॉर्म में दिखे। इस सीरीज में पहला मैच खेलने वाले शार्दुल ठाकुर ने 51 रन देकर तीन विकेट, बुमराह ने 43 रन पर दो विकेट, डेब्यू मैच खेलने वाले टी नटराजन ने 70 रन पर दो विकेट लिए। वहीं कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा को एक एक सफलता मिली। भारतीय गेंदबाजों ने तीसरे वनडे में मेजबान के शीर्ष बल्लेबाजों को ज्यादा समय तक के लिए मैदान पर टिकने का मौका नहीं दिया और ऐसे में स्टीव स्मिथ लगातार तीसरा शतक नहीं जड़ पाए। लाबुशेन और स्मिथ 7-7 रन, हेनरिक्स 22, ग्रीन 21, एलेक्स कैरी 38, मैक्सवेल 59, एश्टन एगर 28 सीन एबॉट ने 4 और एडम जम्पा ने 4 रन बनाए।
पंड्या और जडेजा के बीच 150 रन की साझेदारी
इससे पहले शानदार फॉर्म में चल रहे हार्दिक पंड्या और रवींद्र जडेजा के बीच 150 रन की बड़ी साझेदारी के दम पर टीम इंडिया खराब शुरुआत के बावजूद मेजबान ऑस्ट्रेलिया को तीसरे वनडे में 303 रनों का लक्ष्य देने में सफल रही। पंड्या ने 76 गेंद में नाबाद 92 रन बनाए, जबकि जडेजा 50 गेंद में 66 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों ने भारतीय पारी को शुरुआती दबाव से निकाला। कप्तान विराट कोहली ने भी संघर्षपूर्ण अर्धशतक लगाया।
250 रन बनते भी लग रहे थे मुश्किल
एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 250 रन भी नहीं बना सकेगी, लेकिन जडेजा और पंड्या ने भारत को 300 के पार पहुंचाया। दोनों ने क्रीज पर जमने में समय लिया, लेकिन उसके बाद तेजी से रन बनाए। उन्होंने 46वें से 48वें ओवर के बीच 53 रन बनाए। आखिरी पांच ओवरों में 73 रन बने।
कोहली , पंड्या और जडेजा के अलावा भारत का कोई बल्लेबाज सपाट पिच पर खुलकर नहीं खेल सका। शिखर धवन (16) और केएल राहुल (पांच) जैसे सीनियर बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए, जबकि श्रेयस अय्यर भी 19 रन ही बना सके।
कोहली इस बीच सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे तेजी से 12 हजार वनडे रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने 78 गेंद में पांच चौकों की मदद से 63 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए एश्टन एगर ने 44 रन देकर दो विकेट लिए।
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टीम इंडिया ने की थी धीमी शुरुआत
भारत की शुरूआत पिछले दो मैचों की तुलना में धीमी रही और पहले तीन ओवर में सिर्फ एक चौका लगा। इस दौरान सलामी बल्लेबाजों ने 12 डॉट गेंदें खेली। भारत को पांचवें ओवर में पहला झटका लगा था, जब सीन एबॉट को बाहर निकलकर खेलने के प्रयास में धवन एगर को कैच देकर आउट हो गए। कोहली और गिल ने 56 रन जोड़े, लेकिन गिल 16वें ओवर में एगर को स्वीप लगाने के प्रयास में पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने 39 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के के साथ 33 रन बनाए। अय्यर को मार्नस लाबुशेन ने आउट किया जबकि राहुल खराब स्वीप शॉट खेलकर एगर का दूसरा शिकार हुए। कोहली को 32वें ओवर में डीआरएस पर विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया।