नई दिल्ली । एशिया कप 2025 शुरू होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं, और ड्रीम11 ने कथित तौर पर टीम इंडिया के मुख्य जर्सी प्रायोजक के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है। यह कदम संसद के दोनों सदनों द्वारा ‘ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और विनियमन विधेयक’ पारित होने के बाद उठाया गया है क्योंकि ड्रीम11 बीसीसीआई के साथ अपना ‘समझौता जारी रखने को तैयार नहीं’ है।
‘ऑनलाइन गेमिंग के प्रचार और नियमन विधेयक’ के अनुसार, ऑनलाइन फ़ैंटेसी स्पोर्ट्स और जुए के प्लेटफ़ॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसलिए, एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ड्रीम11 अब भारतीय पुरुष टीम के लिए मुख्य जर्सी प्रायोजक के रूप में बने रहना नहीं चाहता है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि बीसीसीआईएशिया कप से पहले जर्सी प्रायोजन अधिकारों के लिए नई बोलियाँ आमंत्रित करेगा और अगर भारत इस बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट से पहले कोई मुख्य प्रायोजक नहीं हासिल कर पाता है, तो उसे बिना किसी प्रायोजक के खेलना पड़ सकता है।
ड्रीम11 को जुलाई 2023 में भारत का प्रमुख जर्सी प्रायोजक घोषित किया गया था और उसने ₹358 करोड़ का तीन साल का करार किया था। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, अगर इसकी अनुमति नहीं है, तो हम कुछ नहीं करेंगे। बीसीसीआई केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई देश की हर नीति का पालन करेगा।
इसके अलावा, ड्रीम11 वाली जर्सी कथित तौर पर छप चुकी हैं, लेकिन टूर्नामेंट में उनके इस्तेमाल की संभावना कम है। बीसीसीआई द्वारा अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।