आन्ध्र प्रदेश में भगवान राम की 400 पुरानी मूर्ति खंडित होने के मामले ने सियासी गलियारों का माहौल खासा गर्म कर दिया है। आस्था को चोट पहुंचाने वाली घटना को लेकर बीजेपी ने रोष व्यक्त किया है। इस कृत्य के विरोध में बीजेपी ने चलो रामतीर्थम यात्रा निकालने का ऐलान किया है। इस ऐलान के साथ बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी और आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी सुनील देवधर ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को सावधान करते हुए कहा है कि वे धैर्य की परीक्षा न लें।
बीजेपी ने सीएम पर लगाया बड़ा आरोप
बीजेपी ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर धर्म विशेष का तुष्टीकरण करने और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ कार्य करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि एक के बाद एक कई मंदिरों पर हमले की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी सुनील देवधर ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में 400 साल पुरानी भगवान राम की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना विश्व के सभी हिंदुओं के लिए पीड़ादायक है। राज्य में हिंदू मंदिरों और प्रतीक चिन्हों को नष्ट करने की लगातार घटनाएं हो रही हैं और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। मंदिरों पर हमले की घटनाओं पर राज्य की जगन मोहन सरकार का मौन कहीं न कहीं अराजक तत्वों को समर्थन दिखाता है।
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सुनील देवधर ने कहा कि जिस तरह आंध्र प्रदेश में लगातार हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, उससे 16वीं शताब्दी के क्रूर सेंट जेवियर की याद ताजा होती है, जिसने गोवा में मंदिर ध्वस्त किए और जबरन धर्मातरण कराए। टीडीपी और वाईएसआरसीपी दोनों ही हिंदू विरोधी पार्टी हैं। मौजूदा जगन सरकार एक विशिष्ट पूजा पद्धति को राज्य में प्रोत्साहित कर रही है। जो भी तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हिंदू विरोध की नीति पर काम करेगा, हम उसके खिलाफ जरूर खड़े होंगे।