महाराष्ट्र के सियासी दांवपेंच के बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ देर पहले ही, सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के उस आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया जिसमें गुरुवार को फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा गया था। दूसरी तरफ, उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद भाजपा के खेमे में जश्न का माहौल देखा गया।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ राज्य बीजेपी प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और पार्टी के अन्य नेता मुंबई के ताज प्रेसिडेंट होटल में विधायक दल की बैठक के लिए पहुंचे। इस दौरान वहां मौजूद भाजपा नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस के पक्ष में नारेबाजी की। इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस को मिठाई खिलाई। उनके साथ-साथ कई अन्य नेताओं ने भी देवेंद्र फडणवीस को मिठाई खिलाई।
फ्लोर टेस्ट से पहले, उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि फडणवीस 1 जुलाई को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। इस वक्त भाजपा विधायक दल की बैठक हो रही है, जिसके बाद पार्टी के अगले कदम के बारे में जानकारी निकलकर सामने आ सकती है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे से बात की है। शिवसेना नेता के नेतृत्व में बागी विधायक गोवा पहुंच चुके हैं, जहां से उनको फ्लोर टेस्ट के लिए मुंबई पहुंचना था। हालांकि, इसके पहले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कई दिनों तक गुवाहाटी में रहने के बाद शिंदे के गुट के विधायक गोवा पहुंचे हैं।
महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे पर कहा,मुख्यमंत्री को इस्तीफा पहले ही देना चाहिए था, उनकी बंद मुट्ठी में भी जो ताकत थी वो खुल गई है। जहां हिन्दुत्व के विचार छोड़कर कांग्रेस के विचारों पर CM चल रहे थे। एकनाथ शिंदे गुट ने बालासाहेब के विचारों पर कायम रखने के लिए विद्रोह किया है।