नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने UP. Energy Xpo 2025 का किया उदघाटन, प्रदर्शनी का किया अवलोकन

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने UP. Energy Xpo 2025 का किया उदघाटन, प्रदर्शनी का किया अवलोकन

लखनऊ । नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में यूपीनेडा और पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की साझेदारी में आयोजित UP. Energy Xpo 2025 का फीता काटकर उद्घाटन किया। एक्सपो में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने स्टेकहोल्डर्स और निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, बहुत सी आवश्यक चीजों की अब विदेशों से आयात करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। हमारे देश में ही अब इनका उत्पादन होने लगा है। 2014 से पहले हमारा देश छोटी-छोटी चीजों के लिए तथा सैनिक साजो सामान एवं आयुध सामग्री के लिए विदेशों पर पूर्णतया निर्भर था लेकिन अब सैनिकों के सभी प्रकार के हथियार और सामग्री देश में ही बनने लगे हैं।

बुंदेलखंड में डिफेन्स कॉरिडोर बन रहा तथा लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के संकल्प को पूरा करने के लिए वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य हासिल करना है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से दुनिया को बचाया जा सके। उन्होंने सभी स्टेकहोल्डर, निवेशकों को उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के सभी प्रकार के उपकरण एवं सोलर पैनल बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को दिखाना है कि मेक इन इंडिया सबसे बेहतर विकल्प है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारा देश सदियों से प्राकृतिक ऊर्जा पर ज्यादा निर्भर रहा। पश्चिम के लोग अपने सभी कार्यों में ऊर्जा की ज्यादा खपत करते हैं। पूरी दुनिया में वर्ष 2007-08 में भारत पर सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन का आरोप लगाया गया लेकिन मोदी जी ने इस भ्रम को तोडा और कहा कि हम भारतीय संस्कृति के अनुसार अपनी उर्जा जरूरत को पूरा करेंगे और 2070 तक कार्बन उत्सर्जन के जीरो एमिशन के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति 2022 के तहत प्रदेश में 22 गीगावाट सोलर एनर्जी प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। विगत ढाई वर्षो में प्रदेश में सोलर एनर्जी का उत्पादन 2000 मेगावाट से बढ़कर 5000 मेगावाट तक हो गया है। 8000 से 9000 मेगावाट तक के सोलर प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। अभी तक सरकारी और निजी संस्थानों में 1.25 लाख रूफटॉप सोलर लगाए जा चुके हैं। 3.70 लाख किसानों के निजी नलकूपों को सोलराइजेशन किया जा चुका है। किसान अपने खेतों में अन्न के साथ ऊर्जा पैदा करके आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सोलर पार्क, पंप स्टोरेज और पीएम सूर्य घर योजना में काफी तेजी से कार्य हो रहा है। पंप स्टोरेज के 7000 से 8000 मेगावाट के अनुबंध किए जा चुके हैं। प्रदेश में अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, पूरे शहर की ऊर्जा जरूरतों में से 10 प्रतिशत सोलर एनर्जी से पूरा किया जा रहा, अयोध्या पर 40 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया गया है। अयोध्या की तरह ही प्रदेश के अन्य नगर निगमों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।

मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश का इकोसिस्टम अब बदल चुका है पिछली सरकारों की खाई को पाटने का कार्य किया जा रहा। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ है, गुंडाराज एवं वसूली का धंधा समाप्त हो गया है। अब निवेशकों के लिए प्रदेश का माहौल और इकोसिस्टम पूरी तरह से बिजनेस फ्रेंडली हो चुका है, यहां पर निवेशकों को अब किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। निवेशक सोलर यूनिट और ग्रीन एनर्जी के उत्पादन के लिए इकाइया लगाए, इलेक्ट्रिक व्हीकल के चार्जिंग स्टेशन बनाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष काफी व्यवस्थित है, इसके लिए दो वर्षों से आरडीएसएस योजना, बिजनेस प्लान के तहत विद्युत सुदृढ़ीकरण के कार्य कराए गए, जिससे विद्युत व्यवस्था में बेहतर सुधार हुआ है। अब प्रदेश की विद्युत व्यवस्था, कानून व्यवस्था, मैनपॉवर तथा उपभोक्ता बाजार पूर्णतया निवेशकों के अनुकूल है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार का एनर्जी एक्सपो प्रदेश में पहली बार हुआ है। यह बहुत ही उत्साहवर्धक, खुशी और आनंद का दिन है। यह एक्सपो प्रदेश के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के स्टार्टअप और नवाचारों को मंच प्रदान करेगा और राज्य को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आगे ले जाने में मदद करेगा।

यूपी एनर्जी एक्सपो 08 से 10 मई, 2025 तक चलेगा, जिस पर नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट पावर ग्रिड, स्वच्छ ऊर्जा एवं ग्रीन एनर्जी से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों तथा नई तकनीक और बिजली बचाने के तरीकों पर पर चर्चा की जाएगी और एक्सपो में प्रतिभाग करने वाली कम्पनियों द्वारा प्रस्तुतीकरण भी दिया जाएगा।इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत नरेंद्र भूषण, पीएचडी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री से जुड़े पदाधिकारी और विभिन्न कंपनियों के स्टेकहोल्डर और निवेशक मौजूद थे।