कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का बड़ा फैसला लिया है। अब मई में नई तारीखों पर विचार किया जायेगा। इससे पहले पंचायत चुनाव की वजह से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित की गयी थीं। जिसके बाद 8 मई से बोर्ड की परीक्षाओं को कराने का फैसला लिया गया था। लेकिन एक बार फिर यूपी बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। अब नयी तारीखों का ऐलान कोरोना संक्रमण पर लगाम के बाद ही लिया जाएगा।
गुरुवार को टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जब हालत सुधरेंगे तो मई में नयी तारीख़ों पर विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने 15 मई तक कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूल व कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया।
दूसरी बार टली परीक्षाएं
गौरतलब है कि यह दूसरा मौका है जब बोर्ड परीक्षाओं को टालना पड़ा है। बोर्ड परीक्षाएं 24 अप्रैल से होनी थी। लेकिन पंचायत चुनाव में आरक्षण को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले के बाद निर्वाचन आयोग की अपील पर परीक्षाओं को टाल दिया गया था। इसके बाद 8 मई से परीक्षाओं की नई डेट शीट जारी की गई थी।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने पहले ही दिए थे संकेत
गौरतलब है कि बुधवार को केंद्र सरकार ने सीबीएसई हाई स्कूल की परीक्षा रद्द, जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी। केंद्र सरकार के फैसले के बाद डिप्टी मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के टालने के संकेत दिए थे। उनका कहना था कि यूपी के परिप्रक्ष्य में निर्णय लेना आसान नहीं है। उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का प्रयागराज का बोर्ड दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षिक बोर्ड है, जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लगभग 56-57 लाख विद्यार्थी प्रति वर्ष बैठते हैं। हमारी परीक्षाएं 24 अप्रैल से निर्धारित थीं, जिनको कोरोना का संक्रमण देखते हुए 8 मई से निर्धारित किया था।
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बोर्ड परीक्षाओं से जुड़े 17 अधिकारी संक्रमित
डॉ दिनेश शर्मा ने बताया कि दुर्भाग्यवश बोर्ड की परीक्षाओं से जुड़े लगभग 19 अधिकारी होते हैं, उनमें से 17 संक्रमित हैं और वे सभी अस्पतालों में है। अपर मुख्य सचिव, तीनों विशेष सचिव, ज्वाइंट सेक्रेटरी, डायरेक्टर और पांचों डिप्टी डायरेक्टर्स संक्रमित हैं।