मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बाद सूबे की सत्तारूढ़ उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल, इस खुलासे के बाद बीजेपी ने उद्धव सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए हमलावर रुख अख्तियार कर दिया है और लगातार राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है।

राष्ट्रपति से मिलकर अठावले ने की मांग
इसी क्रम में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष और केंद्रीय रामदास अठावले ने एक बार फिर उद्धव सरकार को आड़े हाथों लिया है। दरअसल अठावले ने गुरुवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से मुलाकात कर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
आरपीआई नेता आठवले ने मुलाकात के बाद कहा कि मैंने राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) की ओर से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग के लिए एक ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के गृह मंत्री पर लगा आरोप एक गंभीर मामला है। महाराष्ट्र सरकार के हटने तक मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। अठावले के मुताबिक राष्ट्रपति ने कहा है कि वह इस पर विचार करेंगे।
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आठवले ने बताया कि कोविंद के समक्ष उन्होंने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए 100 करोड़ की वसूली और एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वाजे से कनेक्शन का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों का ज़िक्र करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
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