मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में तीन मुस्लिम युवकों रुस्तम, अकबर और बाबू खान द्वारा राम मंदिर में जबरन नमाज पढ़ने का मामला सामने आया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया, हालांकि बाद में आरोपियों को नोटिस देकर छोड़ दिया गया। इस घटना से स्थानीय हिंदुओं में व्यापक असंतोष फैल गया है, जो आरोपी मुस्लिम युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह घटना बीते 25 अक्टूबर की बताई जा रही है।
इस बात की जानकारी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट एक्स पर बीते दिन किये गए एक पोस्ट के माध्यम से हुई है।
नमाज पढ़कर चले गए आरोपी
घटना शाजापुर के सलसलाई थाना क्षेत्र के किलोदा गांव की है, जहां मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 85 वर्षीय अकबर, 65 वर्षीय रुस्तम और 70 वर्षीय बाबू खान शनिवार (26 अक्टूबर) की शाम करीब 5:45 बजे मंदिर आए और मंदिर में रखे लोटे के पानी से हाथ-पैर धोए और मंदिर परिसर में बैठकर नमाज पढ़ने लगे।
मंदिर के पुजारी की आपत्ति के बावजूद तीनों आरोपी करीब 20 मिनट तक मंदिर में रहे और फिर वहां से चले गए। अधिकारियों के मुताबिक, तीनों भाई बैंक से कुछ काम निपटाकर घर लौट रहे थे और फिर नमाज का समय हो गया और तीनों ने मंदिर परिसर में ही नमाज पढ़ी।
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इस घटना से मंदिर के पुजारी और स्थानीय हिंदू आक्रोशित हैं और उन्होंने आरोपी रुस्तम, बाबू खान और अकबर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों को हिरासत में लिया तो उन्होंने अपनी हरकतें कबूल कर लीं। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तीनों को आरोपी बनाया, लेकिन बाद में नोटिस मिलने पर उन्हें छोड़ दिया। मामले की जांच और कानूनी कार्रवाई अभी भी जारी है और कोर्ट में एक और सुनवाई होगी।