नए साल की शुरुआत से पहले ही भारतीय रेलवे ने एक और खास मुकाम हासिल कर लिया है। 2020 के खत्म होने से ठीक पहले विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ाई गई है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया है कि कि नए डिजाइन के विस्टाडोम टूरिस्ट कोच 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ने में सक्षम हैं और उनका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
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रेलवे का खास मुकाम, 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ी विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन
पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, ”एक अहम मुकाम के साथ साल का अंत: भारतीय रेलेवे ने नए डिजाइन के विस्टाडोम टूरिस्ट कोच के साथ 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के साथ सफलतापूर्वक ट्रायल किया। ये कोच यात्रियों के लिए यात्रा को यादगार बनाएंगे और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।” रेलवे का खास मुकाम, 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ी विस्टाडोम कोच वाली ट्रेन।
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बता दें कि स्पीड के मामले में इसने देश वंदे भारत एक्सप्रेस की बराबरी कर ली है। जिसने ट्रायल के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड हासिल की थी। हालांकि, इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 220 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इससे पहले भारतीय पटरियों पर टैल्गो ट्रेन 180 की स्पीड से दौड़ी थी, लेकिन वह स्पेन की ट्रेन थी। इसके अलावा गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से झांसी के बीच अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से सफर करती है।