श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में निर्माण कार्य अन्तिम दौरे में पहुंच गया है। 87 फीसदी से अधिक काम हो जाने के बाद कॉरिडोर की भव्यता और स्वरूप दिखने लगी है। कॉरिडोर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसम्बर को संभावित वाराणसी दौरे में लोकार्पित कर सकते है। ऐसे में निर्माण कार्य को समय से पूरा कराने के लिए प्रदेश शासन ने भी दबाव बनाया है।
बीते सोमवार की देर रात राजधानी लखनऊ में अपर मुख्य सचिव धर्मार्थ कार्य अवनीश अवस्थी ने काशी विश्वनाथ धाम के कार्यों की समीक्षा की और प्रगति को लेकर अफसरों को दिशा निर्देश भी दिया। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण महोत्सव को भव्य स्वरूप देने पर बल दिया गया। महोत्सव में देश भर के उद्योगपति, किसान, राजनीतिक हस्तियां, जन प्रतिनिधि को भी बुलाया जायेगा। रेलवे प्रशासन की ओर से विशेष ट्रेन चलाई जाएगी, वहीं विशेष विमान और स्पेशल बसों का संचालन भी लोगों के आने-जाने के लिए होगा।
अन्तिम दौर के कार्यो के लिए मंदिर तीन दिन बंद रहेगा
श्री काशी विश्वनाथ धाम में अन्तिम दौर के निर्माण कार्यो के लिए तीन दिनों तक मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए बंद करने की योजना बनी है। मंदिर प्रशासन की ओर से तीन दिनों तक कार्ययोजना बनाकर मंदिर को बंद रखा जाएगा। इस दौरान रात-दिन काम कराया जाएगा। इसके बाद दर्शन पूजन शुरू होगा।
मुख्यमंत्री की घोषणाओं को धरातल पर उतारने के दिए निर्देश
गौरतलब हो कि करीब 54 हजार वर्ग मीटर में निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर 700 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है। इसमें परिसर में मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोग शाला, यूटिलिटी बिल्डिंग, सुरक्षा भवन बनाया जा रहा है। धाम में मिर्जापुर चुनार के गुलाबी पत्थर प्रयोग किए जा रहे हैं। मंदिर चौक के बाहर की सभी 24 भवनों की इमारतें खड़ी हो गई हैं। अब फिनिशिंग का काम चल रहा है। नक्काशीदार इमारतों और खंभों के बीच में मंदिर का गर्भगृह और स्वर्णशिखर दिखाई दे रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम भव्य होने के साथ हाईटेक सुरक्षा प्रणाली से भी लैस होगा।