उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्माणाधीन राज्य विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। मुख्य सचिव ने मंगलवार को इस संबंध में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की।
इस दौरान गोरखपुर के आयुष विश्वविद्यालय, आजमगढ़, अलीगढ़ और सहारनपुर में निर्माणाधीन राज्य विश्वविद्यालयों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों को निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार पूर्ण कराया जाये।
बैठक में बताया गया कि आजमगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय हेतु वित्तीय वर्ष 2021-22 में निर्माण कार्य मद में 25 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। उन्हें बताया गया कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के भवनों के निर्माण हेतु रुपये 50 करोड़ रुपये की धनराशि राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ को उपलब्ध कराई जा चुकी है।
मुख्य सचिव ने बताया कि आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए जनपद के सदर तहसील के ग्राम असपालपुर एवं आजमबांध में 20 हेक्टेयर भूमि पर निर्माण कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ के प्रथम चरण में भवनों प्रशासनिक, एकेडेमिक, पुस्तकालय ब्लॉक, फैशिलिटी सेन्टर, हेल्थ सेन्टर, कैन्टीन पुलिस चैकी, छात्रावास, कर्मचारी-अधिकारी आवास, विद्युत सब स्टेशन, वाह्य स्थल, वाह्य विकास विद्युत के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये डीपीआर लागत 11992.56 लाख रुपये के सापेक्ष व्यय वित्त समिति द्वारा आंकलित लागत रुपये 10805.48 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति एवं रुपये 200.00 लाख की वित्तीय स्वीकृति निर्गत की गयी है।
बैठक में बताया गया कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के सम्बन्ध में जिलाधिकारी अलीगढ़ द्वारा उपलब्ध करायी गयी कुल 37.37 हेक्टेयर (92.27 एकड़) निःशुल्क भूमि पर निर्माण कराया जा रहा है। डॉ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा द्वारा राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के भवनों के निर्माण हेतु रुपये 100 करोड़ की धनराशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। विश्वविद्यालय के भवनों के निर्माण हेतु रुपये 10141.19 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति एवं एवं 10 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति निर्गत की जा चुकी है।
वहीं शाकुम्भरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु जिलाधिकारी, सहारनपुर द्वारा तहसील सदर के ग्राम पुवांरका में कृषकों की 17.598 हेक्टेयर भूमि क्रय की गयी है। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा शाकुम्भरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर के भवनों के निर्माण के लिए विश्वविद्यालय को 100 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। राज्य विश्वविद्यालय, सहारनपुर के प्रथम चरण के भवनों के निर्माण के लिए 9204.53 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।
बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि जिलाधिकारी गोरखपुर के तहसील सदर के अन्तर्गत ग्राम पिपरी व तरकुलहा में क्रमशः 13.745 हेक्टेयर व 7.595 हेक्टेयर यानि कुल 21.33 हेक्टेयऱ भूमि पर महायोगी गुरू गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में महायोगी गुरू गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर के निर्माण के लिए द्वितीय किश्त के रूप में 9271.91 लाख रुपये अवमुक्त किये गये हैं।
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समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस0 गर्ग, अपर मुख्य सचिव आयुष प्रशान्त त्रिवेदी सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।