नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर जिले में शुक्रवार 19 दिसंबर को एक भीषण औद्योगिक हादसा हो गया। बुटीबोरी MIDC क्षेत्र स्थित अवादा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड की सोलर पैनल निर्माण फैक्ट्री में पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 9 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा
हादसा सुबह करीब 9:30 बजे उस समय हुआ, जब फैक्ट्री परिसर में मजदूर पानी की टंकी के पास निर्माण और टेस्टिंग का काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि टंकी की टेस्टिंग के दौरान अचानक हाई प्रेशर बन गया, जिससे टंकी तेज धमाके के साथ फट गई। विस्फोट के बाद टंकी का ढांचा पानी के साथ ढह गया और मजदूर उसकी चपेट में आ गए। कुछ ही पलों में मौके पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई।
बिहार के थे सभी मृतक
हादसे में जान गंवाने वाले सभी मजदूर बिहार के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है—
- अरविंद कुमार ठाकुर (28) – पश्चिम चंपारण
- बुलेट कुमार / इंद्रजीत शाह (30) – पश्चिम चंपारण
- अशोक पटेल (42) – पहाड़पुर
- अजय पासवान (26) – मुजफ्फरपुर
- सुधांशु कुमार साहनी (36) – मुजफ्फरपुर
- शमीम अंसारी (42) – मुजफ्फरपुर
घायलों की हालत गंभीर
घायलों में मुजफ्फरपुर के करजा इलाके के गबसरा गांव निवासी प्रकाश कुमार की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। उनके पैर में फ्रैक्चर और सीने में गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जांच में सुरक्षा मानकों में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है।
मुआवजे का ऐलान
इस दर्दनाक हादसे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताते हुए मृतक मजदूरों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही घायल मजदूरों के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए गए हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके अलावा, संबंधित कंपनी अवादा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 30 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति जताई है।
हादसे ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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