सोनू सूद एक ऐसा नाम जिसे शायद कोरोना महामारी से पहले सिर्फ बड़े शहरों और बॉलीवुड प्रेमी लोगों के बीच ही जाना जाता था लेकिन कोरोना के भयानक हालातों के बीच इस अभिनेता का मानवता के लिए एक अलग ही रूप देखने को मिला था। शहरों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों से लेकर हर उस शख्स की सोनू सूद मदद करते हुए नज़र आए थे जो वापस अपने घर जाना चाहते थे।
इस तरह से लोगों की मदद करने को लेकर सोनू सूद को गरीबों का मसीहा तक कहा जाने लगा था। आपको बता दें, एक बार फिर से ये अभिनेता अपने एक नेक काम के चलते ख़बरों में आ गया है।
हाल ही में सोनू सूद ने बिहार के कटिहार क्षेत्र के एक इंजीनियर से मुलाकात की थी। ये वही शख्स है जिसने अपनी जॉब छोड़कर वंचित और गरीब बच्चों के लिए स्कूल शुरू किया है। इसमें ट्विस्ट ये था कि इस शख्स ने अपने स्कूल का नाम एक्टर सोनू सूद के नाम पर रखा।
चलिए अब आपको इसके पीछे की पूरी वजह बता ही देते हैं। दरअसल इसी साल के फरवरी महीने में सोनू सूद ने बिहार के 27 साल के एक इंजीनियर जिनका नाम बीरेंद्र कुमार महतो से मुलाकात की थी। महतो वही इंसान है जिन्होंने अपनी फुल टाइम की जॉब छोड़कर अनाथ और बेसहारा बच्चों के लिए अभिनेता के नाम पर स्कूल खोला था।
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बीरेंद्र कुमार के इस काम से सोनू सूद इतना खुश हुए कि उन्होंने बच्चों के खान-पान से लेकर उनके लिए नई बिल्डिंग में रहने का भी बंदोबस्त किया। नई बिल्डिंग पर काम भी शुरू कर दिया गया है।