पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की सबसे वीआईपी सीट समझी जा रही नंदीग्राम सीट का नतीजा बेहद रोमांचकारी रहा। तृणमूल मुखिया ममता बनर्जी और तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी के बीच इस सीट पर हुए रोमांचकारी मुकाबले का नतीजा सामने आ गया है। दरअसल, इस सीट से शुभेंदु अधिकारी ने अपने प्रतिद्वंदी ममता बनर्जी को कड़ी टक्कर देते हुए लगभग 1900 वोटों से मात दी है। वोटों से मात दी है।
नंदीग्राम सीट पर ममता ने हासिल की लाजवाब जीत
ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के बीच हुए इस महामुकाबले की शुरुआती राउंड में शुभेंदु अधिकारी आगे चल रहे थे, लेकिन 17वां रांउड आते-आते ममता ने तगड़ा पलटवार करते हुए बढ़त हासिल कर ली। हालांकि, अंत तक शुभेंदु अधिकारी ने एक बार फिर वापसी करते हुए ममता बनर्जी को हार का स्वाद चखा दिया। नंदीग्राम सीट पर जीत हासिल करना काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि नंदीग्राम की जीत ने अपने आप में नई इबारत लिख दी है।
हालांकि, नंदीग्राम के नतीजों को लेकर तब गफलत हो गई जब न्यूज एजेंसी एएनआई ने ममता बनर्जी के 1200 वोटों से जीतने की बात कही थी। बहरहाल, ममता बनर्जी ने इस सीट पर मिली हार को स्वीकार लिया है। लेकिन उनकी पार्टी के नेता रीकाउंटिंग की मांग करते नजर आ रहे हैं
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में आने वाली नंदीग्राम विधानसभा सीट पर एक दशक से ज्यादा समय तक तृणमूल कांग्रेस का कब्जा ही रहा है। वर्ष 2016 में नंदीग्राम में कुल 87 प्रतिशत वोट पड़े। 2016 में तृणमूल कांग्रेस से शुभेंदु अधिकारी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अब्दुल कबीर सेख को 81230 वोटों के मार्जिन से हराया था।
यह भी पढ़ें: ममता बनर्जी को मिली बढ़त से हमलावर हुई शिवसेना, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप
नंदीग्राम सीट पर इस बार 8 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों में शुभेंदु अधिकारी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सीपीआईएम की उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के मनोज कुमार दास और निर्दलीय उम्मीदवारों में दीपक कुमार गायेन, सुब्रत बोस, एसके सद्दाम हुसैन और स्वपन पुरुआ।