प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पात्रा चॉल जमीन मनी लॉड्रिंग मामले में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत (ED Summons Varsha Raut) को तलब किया है। वर्षा राउत के खाते में लेन-देन के बाद समन जारी हुआ। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक वर्षा राउत कल यानी 6 अगस्त को ईडी के सामने पेश होंगी। उधर, मुंबई की एक विशेष अदालत ने गुरुवार को शिवसेना सांसद संजय राउत की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत आठ अगस्त तक चार दिन के लिए बढ़ा दी। कथित मनी लॉड्रिंग मामले में सोमवार तड़के गिरफ्तार किए गए राउत को चार अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया और आज दोपहर विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया।
एक स्कूल में टीचर हैं वर्षा राउत
संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत भांडुप के एक स्कूल में शिक्षिका है। उन की शादी संजय राउत के साथ साल 1993 में हुई थी। वर्षा राउत का राजनीति से तो कोई लेना देना नहीं है। हालांकि वह फिल्म निर्माण के कार्य से जुड़ी हुई हैं और उनकी हालिया फिल्म ‘ठाकरे’ थी। संजय और वर्षा राउत की दो बेटियां विदिता और पूर्वांशी हैं।
वर्षा राउत बिजनेस में भी हैं एक्टिव
वर्षा राउत, पति संजय राउत और दोनों बेटियों के साथ बिजनेस में भी सक्रिय हैं। भांडुप की फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित बंगले में राउत परिवार रहता है। संजय राउत द्वारा चुनावी एफिडेविट में बताई गई जानकारियों के अनुसार वर्षा राउत तीन कंपनियों में पाटनर हैं। रायटर एंटरटेनमेंट एलएलपी, सनातन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और सिद्धांत सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनर हैं। रायटर ने ही ठाकरे फ़िल्म का निर्माण किया था। साल 2014- 15 में एफिडेविट के मुताबिक वर्षा राउत की आमदनी 13,15,254 थी।
अदालत से कहा, मुझे बिना खिड़की वाले कमरे में रखा
इससे पहले अदालत ने जब संजय राउत से पूछा कि क्या आपको ईडी से कुछ शिकायत है, तो उन्होंने ईडी पर कुछ गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने अदालत को बताया कि उन्हें हिरासत के दौरान ऐसे कमरे में रखा गया है, जिसमें कोई खिड़की नहीं है। मैं हृदयरोगी हूं, वहां मुझे सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसा वहां हवा का आवागमन नहीं होने के कारण हो रहा है। उन्हें जहां रात में रखा जाता है, वहां सिर्फ एक पंखा लगा है। कोर्ट ने इस संबंध में जब ईडी से सवाल किया तो जांच एजेंसी ने बताया कि राउत के कमरे में एसी लगा है। इस पर अदालत ने जब पुन: राउत से पूछा कि क्या वहां एसी लगा है, तो राउत ने जवाब दिया कि मैंने नहीं देखा। उन्होंने कहा कि मैं एसी नहीं चलाता हूं क्योंकि मुझे सांस लेने में दिक्कत होती है। अंत में कोर्ट ने ईडी से पूछा कि क्या इन्हें कोई ऐसा कमरा मिल सकता है, जहां वेंटीलेशन ठीकठाक हो?