एंटिलिया प्रकरण सामने आने के बाद मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों की वजह से अनिल देशमुख को अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। अब इस मामले में एक और चिट्ठी सामने आई है। इस चिट्ठी में सूबे के उपमुख्यमंत्री अजित पवार सहित कई दिग्गजों पर धन उगाही का आरोप लगाया गया है।
सचिन वाजे की चिट्ठी ने मचाया तहलका
यह चिट्ठी कथित रूप से एनआईए की हिरासत में बंद मुंबई पुलिस के सस्पेंड पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने लिखी थी। इस चिट्ठी में सचिन वाजे ने आरोप लगाया है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें नौकरी पर वापस रखने के बदले 2 करोड़ रुपए माँगे थे।
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, चिट्ठी में सचिन वाजे ने कहा है कि शरद पवार उन्हें वापस नौकरी पर नहीं रखना चाहते थे, लेकिन अनिल देशमुख ने उनसे कहा कि वो शरद पवार को मना लेंगे लेकिन उसके लिए दो करोड़ रुपए देने होंगे। चिट्ठी में वाजे आगे लिखते हैं कि मैंने कहा मैं अभी पैसे नहीं दे सकता है। जिस पर देशमुख ने उन्हें बाद में भुगतान करने के लिए कहा।
सचिन वाजे दावा करते हैं कि नवंबर 2020 में, उन्हें एक व्यक्ति (दर्शन घोड़ावत) से मिलवाया गया, जो डिप्टी सीएम अजित पवार के करीबी थे। उन्होंने वाजे को महाराष्ट्र में गुटखा के अवैध व्यापार के बारे में सूचित किया और जोर देकर कहा कि सचिन वाजे को अवैध गुटखा विक्रेताओं से कम से कम 100 करोड़ रुपए वसूल करने होंगे।
1 जनवरी 2021 से, उन्होंने कहा कि उन्होंने गुटखा विक्रेताओं पर छापे मारने शुरू किए। उन्होंने गुटखा के अवैध कारखानों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की। इसके बाद दर्शन घोड़ावत सचिन वाजे से मिलने आया और डिप्टी सीएम अजित पवार के नाखुश होने के बारे में बताया।
चिट्ठी में सचिन वाजे लिखते हैं कि गृह मंत्री ने उन्हें 1650 बार से उगाही के लिए कहा था लेकिन उन्होंने असमर्थता जता दी थी। इसके बाद कथित चिट्ठी में वाजे ने कहा कि गृह मंत्री के पीए ने उन्हें गृह मंत्री के ऑफर पर विचार करने के लिए कहा।
सचिन वाजे की चिट्ठी में महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब पर भी आरोप लगाए गए हैं। चिट्ठी में वाजे ने लिखा है कि अनिल परब ने उन्हें 50 करोड़ लेकर SBUT की जाँच बंद करने को कहा। वाजे की चिट्ठी में एक और आरोप लगाया गया है। वाजे ने चिट्ठी में लिखा है कि अनिल परब ने उसे बीएमसी के 50 ठेकेदारों से 100 करोड़ रुपए वसूलने को कहा था।