केंद्र सरकार ने संगठित क्षेत्र में काम करने कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है। मोदी सरकार की ओर से EPF खाते पर दी जाने वाली ब्याज दर में बढ़ोतरी कर दी गई है। समाचार एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए EPF पर ब्याज दर 8.15 प्रतिशत निर्धारित की गई है, जो बीते साल 8.10 प्रतिशत थी। गौरतलब है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े निर्णय लेने वाले केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की दो दिवसीय बैठक हाल ही हुई थी। इसमें आगामी साल के लिए ब्याज दरें निर्धारित कर दी गई है।
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2021-22 में EPFO ने ईपीएफ पर ब्याज घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया था, जो कि 4 दशक का सबसे निचला स्तर था। लेकिन 2020-21 में EPF पर ब्याज 8.5 प्रतिशत थी। इस तरह यह 1977-78 के लिए EPF की ब्याज दर 8 फीसदी के बाद 2021-22 दूसरा सबसे कम ब्याज दर वाला साल था।
यह भी पढ़ें: उमेश पाल अपहरण मामले में थोड़ी देर में फैसला, अतीक अहमद को लेकर कोर्ट पहुंची पुलिस
जानें कब खाते में जमा होगी ब्याज की राशि
EPFO से जुड़े सभी निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था CBT की ओर से EPF में जमा पर वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दी जाने वाली ब्याज दर के निर्णय को वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्रालय से जल्द ही इसे मंजूरी मिलने के बाद ब्याज को 5 करोड़ EPF सब्सक्राइबर्स के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि EPF सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही अपने सब्सक्राइबर्स के खाते में ब्याज को क्रेडिट करता है।