रूस में कोविड-19 संक्रमण से पिछले 24 घंटे में अब तक सर्वाधिक 1,015 लोगों की मौत और 33 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद कुछ सख्त पाबंदियां लगाने का प्रस्ताव किया गया है। इन सख्त पाबंदियों के तहत कार्यस्थलों को एक हफ्ते के लिए बंद करने और मास्को में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के चार महीने तक घर से बाहर निकलने पर रोक होगी।
रूस के उप प्रधानमंत्री तातियाना गोलीकोवा ने एक बैठक में 30 अक्टूबर से सात नवंबर तक कार्यस्थलों को बंद रखने का प्रस्ताव किया है। गोलीकोवा ने कहा कि लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने या कुछ जगहों पर जाने के लिए पूर्ण टीकाकरण या कोरोना से उबरने के साक्ष्य दिखाने होंगे।
वहीं, मास्को के मेयर सर्गेई सोबियानिन ने कहा कि गंभीर संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है। सबसे चिंता की बात बुजुर्ग आबादी का कोरोना की चपेट में आना है।
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रूस में 60 प्रतिशत से ज्यादा मरीज 60 साल से ज्यादा उम्र के हैं। संक्रमित लोगों में से 80 प्रतिशत लोगों को वेंटिलेटर पर रखा गया है और 86 प्रतिशत मौतें हुई हैं। कोरोना संक्रमण के गंभीर प्रभाव को देखते हुए 1.24 करोड़ की आबादी वाले मास्को शहर में 25 अक्टूबर से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को चार महीने या टीका लगवाने तक घर में ही रहने को कहा गया है। वहीं रूस में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही लोगों में भी स्पुतनिक वी टीका लगवाने को लेकर झिझक ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।