एकनाथ शिंदे को शिवसेना से बाहर निकालने पर पार्टी के बागी विधायक उद्धव ठाकरे से नाराज हो गए हैं। भड़के बागी विधायकों ने कहा कि हमारी भी बर्दाश्त की एक सीमा है।
दरअसल शिवसेना का एकनाथ शिंदे गुट लगातार पार्टी पर अपना अधिकार जता रहा है। इस बीच शिवसेना प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी के सभी पदों से बाहर कर दिया है। इससे गोवा में बैठे बागी विधायक भड़क गए हैं। शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा है कि वे उद्धव ठाकरे के खिलाफ नहीं बोलेंगे, लेकिन हमारी भी एक सीमा है। केसरकर ने कहा कि हर इंसान के धैर्य की एक सीमा होती है। उद्धव ठाकरे हमारी परीक्षा ना लें। हालांकि केसरकर ने कहा कि उद्धव के खिलाफ हमारे मन में किसी तरह का बैर नहीं है।
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केसरकर ने कहा कि हमारे पास सभी सवालों के जवाब हैं लेकिन इसकी एक सीमा है। उन्होंने ये भी कहा कि कार्यकर्ता 100 रुपये के हलफनामे पर हस्ताक्षर कर रहे हैं कि वे शिवसेना नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह आत्मा से शिवसैनिक हैं। वह ही असल में हिन्दुत्व के रखवाले हैं। हिन्दुत्व से वह किसी भी कीमत पर समझौता नहीं कर सकते हैं। केसरकर ने कहा कि एकनाथ शिंदे ही वास्तव में शिवसेना में हैं। उनको पार्टी से निकालने वाले को अपने अंदर देखना चाहिए।