चुनावी रणीतिकार प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा के जरिए बिहार में सियासी जमीन की तलाश में जुटे हैं। इस दौरान वो कभी महागठबंधन की सरकार पर हमला बोलते हैं तो कभी बीजेपी को निशाने पर लेते हैं। पीके की इस यात्रा की फेंडिग को लेकर जदयू की तरफ से सवाल उठाए गए थे। जिसके बाद उन्होंने बयान दिया कि देश के छह मुख्यमंत्रियों के लिए वो काम कर चुके हैं, वही लोग उनकी मदद कर रहे हैं। इस बयान के बाद बीजेपी ने पीके को सीएम कुमार का एजेंट बता दिया है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने गुरुवार की सुबह एक वीडियो जारी कर यह आरोप लगाया है कि प्रशांत किशोर बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। जायसवाल ने कहा कि पीके ने खुद बताया कि वो जिन छह मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं वही लोग उनकी मदद कर रहे हैं। प्रशांत किशोर नीतीश के लिए भी काम कर चुके हैं। बीजेपी ने दावा कि सीएम नीतीश कुमार ही पीके के सबसे बड़े फंडर निकलेंगे।
रात में होती है दोनों की बात
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने यह आरोप लगाया है कि प्रशांत किशोर और सीएम नीतीश कुमार की रात में बात होती है। बीजेपी ने कहा कि हमारे वोट बैंक में सेंधमारी की साजिश रची जाती है। नीतीश और तेजस्वी के गठबंधन के खिलाफ बिहार की जनता खड़ी है। इसलिए इनसे नफरत करने वाले वोटों के बंटवारे के लिए प्रशांत किशोर को लगाया गया है।
फंडिंग को लेकर पीके ने दिया था बयान
जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण के पतिलार स्थित मध्य विद्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बुधवार को जनता की फंडिंग और छह मुख्यमंत्रियों की मदद से नई पार्टी बनाने का दावा किया है। जन सुराज पदयात्रा के दौरान हो रहे खर्चों की बाबत उन्होंने छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिल रही मदद की बात कही थी। पीके के इसी बयान पर बीजेपी ने सीएम नीतीश को घेरने की कोशिश की है।