उत्तर प्रदेश में होने वाले ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव का ऐलान होने के साथ ही राजनीतिक हिंसा का दौर भी शुरू हो गया है। दरअसल, इस पद के चुनाव के लिए जौनपुर के जलालपुर ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के पहले ही दो प्रत्याशियों के समर्थकों ने जमकर बवाल किया। बीडीसी सदस्यों को लेकर बुधवार की देर रात जमकर मारपीट हुई। इस दौरान दोनों पक्षों से पांच लोग जहां घायल हो गए। वहीं, एक पक्ष की तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दी गईं। ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की सूचना देने के दो घंटे बाद पुलिस पहुंची।
चुनाव की तैयारियों के बीच दो प्रत्याशियों के गुटों में हुई हिंसक झड़प
बुधवार की देर रात केराकत विधायक दिनेश चौधरी के प्रतिनिधि लाल प्रताप अपने गांव रेहटी में घर पर 11 बजे 10-12 लोगों के साथ बैठे थे। इनका कहना है कि वह गुरुवार को भाजपा से ब्लॉक प्रमुख पद की प्रत्याशी कमलेश कुमारी के नामांकन को लेकर चर्चा कर रहे थे। इसी बीच आधा दर्जन गाड़ियों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी बादामा देवी के परिवार के लोग और उनके समर्थक पहुंच गए। और आरोप लगाने लगे कि लाल प्रताप सिंह ने बीडीसी सदस्यों को अपने घर में बैठाया है।
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर मारपीट करने लगे। इस दौरान बादामा देवी के समर्थकों की तीन गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दीं। वहीं घटना में दोनों पक्षों से पांच लोग घायल हो गए हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की जानकारी होने के दो घंटे बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी। दोनों प्रत्याशियों के समर्थक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस संबंध में बादामा देवी के पति बेदी राम का कहना है कि उनके समर्थन बीडीसी सदस्यों से मिलने के लिए गए थे। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि से कहासुनी हो गई। लोगों ने उनकी गाड़ियों को तो क्षतिग्रस्त कर दिया। उनके बेटे और भतीजे को मारपीट कर घायल कर दिया।
यह भी पढ़ें: मोदी के कैबिनेट विस्तार के साथ ही एनडीए में उठने लगे बगावत के सुर, दिग्गज नेता ने बीजेपी को दी बड़ी धमकी
घटना की जानकारी होने पर मैं भी मौके पर पहुंचा, लेकिन लोगों ने मुझे भी दौड़ा लिया। घटना के संबंध में गुरुवार को जलालपुर थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी उन्हें है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।