नयी दिल्ली । पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई रोके जाने पर सहमति के दो दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह पंजाब स्थित आदमपुर वायु सेना स्टेशन का दौरा किया और जवानों के साथ बातचीत की। पाकिस्तान ने 9 और 10 मई की दरमियानी रात आदमपुर वायु सेना स्टेशन को निशाना बनाने की असफल कोशिश की थी। बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के सुबह-सुबह वायु सेना स्टेशन पहुंचे पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को बड़ा सबक सिखाने और उसकी नापाक हरकतों तथा दुस्साहस पर उसे दंडित करने के लिए जवानों साहस तथा वीरता की सराहना की।
उल्लेखनीय है कि भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई के तहत आदमपुर वायु सेवा स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने इन हम लोग को पूरी तरह विफल कर दिया था।प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में प्रधानमंत्री के आदमपुर दौरे की जानकारी दी और जवानों के साथ श्री मोदी की बातचीत का एक फोटो भी साझा किया।
Earlier this morning, I went to AFS Adampur and met our brave air warriors and soldiers. It was a very special experience to be with those who epitomise courage, determination and fearlessness. India is eternally grateful to our armed forces for everything they do for our nation. pic.twitter.com/RYwfBfTrV2
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2025
पीएम मोदी ने कहा, मंगलवार सुबह मैं वायु सेना स्टेशन आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला। साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक बहुत ही खास अनुभव था। भारत हमारे सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा आभारी रहेगा, क्योंकि वे हमारे देश के लिए हर काम करते हैं।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने सोमवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी कि भारत पाकिस्तान से परमाणु हमले की धमकी से ब्लैकमेल नहीं होगा और यदि उसे बचना है तो आतंकवादी ढांचे का सफाया करना ही होगा।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी साफ तौर कहा कि भारत की नीति में आतंक एवं व्यापार, आतंक एवं बातचीत साथ साथ नहीं चल सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि अब आतंक के आकाओं और आतंकवाद की सरपस्त सरकार को अलग अलग नहीं देखा जाएगा तथा पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के बारे में ही होगी।