बीजेपी के फायरब्रांड नेता कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि उनके अगर बीजेपी ऑफिस में सिक्योरिटी रखनी है तो वो अग्निवीर को प्राथमिकता देंगे। उनका कहना था कि 4 साल सेना की नौकरी में अनुशासन का पाठ पढ़ने के बाद जब ये युवा बाहर निकलेंगे तो इनके पास 11 लाख रुपये के साथ अग्निवीर का तमगा होगा। ये उनके बहुत काम आने वाला है।
हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों को विजयवर्गीय की बात रास नहीं आई और वो भड़क गए। एक का कहना था कि जनरल वीके सिंह जो 35-40 साल नौकरी करने के बाद 6 महीना बढ़ाने के लिए कोर्ट गए थे, वो भी चार साल की अग्निवीर नौकरी को बढ़िया बता रहे हैं। आठ साल से खुद सांसद भी हैं। आर्मी और सांसदी, दोनों की पेंशन पाएंगे। लेकिन बाकी युवाओं के लिए एक नकली नौकरी की वकालत करेंगे।
एक ने लिखा कि विजयवर्गीय अपने बेटे को क्यों नही रख लेते भाजपा कार्यालय में सिक्योरिटी। राज वर्मा ने लिखा कि उसका काम तो गरीब अब्दुल की लिंचिंग करना है। एक अन्य शख्स का कहना था कि सेना को बीजेपी नेताओं का कोर्ट मार्शल करना चाहिए।
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मुकुंद तोमर का कहना था कि ये ही तो योजना है कि भाजपा कार्यालय के साथ अंबानी-अडानी जैसों भी को चौकीदार मिलें। ये है असली योजना। जनरल वी के सिंह 35 साल नौकरी करने के बाद छह माह के लिए कोर्ट गए थे। दो-दो पेंशन फिर भी 35 साल कम पड़ गए। यहां चार साल में लात मार दी जाएगी।