पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद रिटायर्ड कैप्टन मुहम्मद सफदर की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान को गृहयुद्ध की आग में ढकेल दिया है। दरअसल, इस गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तानी सेना और सिंध पुलिस के बीच तनाव की स्थिति बन गई है। इस तनाव की वजह से दोनों के बीच बीती रात फायरिंग भी हुई, जिसमें सेना के जवान और पुलिसकर्मियों दोनों की मौत हुई है।
नवाज शरीफ ने लगाए गंभीर आरोप
इस बवाल की असली वजह सोमवार को तब शुरू हुई जब कराची में हुई एक संयुक्त रैली के बाद नवाज शरीफ के दामाद सफदर को एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया हालांकि बाद में बेल पर रिहा भी कर दिया गया। लेकिन इस गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के हालात बद से बदतर होते चले गए।
पाकिस्तान के विपक्षी पार्टियों ने पाक की सत्तारूढ़ इमरान खान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके साथ ही विपक्ष ने सेना पर सिंध के आईजीपी के किडनैपिंग का भी आरोप लगाया। विपक्ष ने कहा कि सेना ने आईजीपी को किडनैप किया और उनसे सफ़दर के खिलाफ एफआईआर पर जबरन हस्ताक्षर करवाए।
विपक्ष के आरोपों को उस समय दम मिला जब सिंध पुलिस के आईजीपी मुश्ताक महार अपने अपहरण से दुखी होकर छुट्टी पर चले गए। आईजीपी मुश्ताक के छुट्टी पर जाने के बाद सिंध के 70 से ज्यादा शीर्ष पुलिस अधिकारी छुट्टी पर चले गए। सिंधप्रांत के पुलिस अधिकारी द्वारा लिया गया यह फैसला विपक्ष के लिए हथियार साबित हुआ।
विपक्ष ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा पर सीधे-सीधे हल्ला बोल दिया। नवाज शरीफ ने ट्वीट करके कहा कि कराची की घटना से इस विचार को बल मिलता है कि राज्य से ऊपर राज्य (पाकिस्तान में) है। आपने प्रांतीय सरकार को मिले जनमत का मजाक उड़ाया, परिवार की निजता को तार-तार कर दिया, अपने आदेश को मनवाने के लिए सीनियर पुलिस अधिकारी का अपहरण कर लिया। हमारी सेना की छवि खराब कर दी। आईजीपी का पत्र इस बात की तस्दीक करता है कि आपने संविधान को ताक पर रख दिया।
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इसी बीच विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद से बात की। बिलावल ने आरोप लगाया था कि जिस कराची से नवाज के दामाद को गिफ्तार किया गया वह सिंध प्रांत में आता है और इस प्रांत में हमारी पार्टी की सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी से पहले जांच एजेंसियों ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी थी। इसलिए यह एक साजिशन गिरफ्तारी का मामला है।
बिलावल भुट्टो ने इशारों ही इशारों में चेतावनी दी कि इस तरह से सफदर की गिरफ्तारी गलत थी और इससे सेना की विश्वसनीयता को खतरा पैदा हो सकता है। उनकी गिरफ्तारी की जानकारी सिंध पुलिस के प्रमुख तक को नहीं थी। बिलावल ने सेना प्रमुख बाजवा और जनरल फैज हामिद से जांच की मांग की। विपक्ष और मीडिया के जोरदार हमले से डरे पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने आनन-फानन में इस मामले की जांच के आदेश दे दिए।