भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा को हथियार का लाइसेंस जारी किया गया है। नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी विवाद के बाद अपनी जान का खतरा बताते हुए हथियार का लाइसेंस मांगा था। जिसके बाद नूपुर शर्मा को बंदूक का लाइसेंस जारी किया गया है। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के बाद से नूपुर शर्मा और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही थी। 26 मई 2022 को एक टीवी चैनल पर चल रहे लाइव शो के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद से ही उनको जान का खतरा बताया जा रहा था।
नूपुर शर्मा को मिलने लगी थी जान से मारने की धमकी
जून 2022 में एक समाचार चैनल पर बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी की। पैगंबर पर नूपुर शर्मा की विवादास्पद टिप्पणी के बाद भारत कर तमाम मुस्लिम संगठन समेत मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों ने नेता के बयान की निंदा की। मुस्लिम-बहुसंख्यक देशों ने औपचारिक तौर पर इस बयान पर विरोध दर्ज कराया था। जिसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया। इस घटना के बाद नूपुर शर्मा और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं।
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नूपुर शर्मा के बयान के बाद देश में कई हिसंक घटनाएं
पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी विवाद ने देश में कई हिंसक घटनाओं को जन्म दिया, जिसमें नूपुर शर्मा का समर्थन करने के मुद्दे पर राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की हत्या भी शामिल है। 48 वर्षीय कन्हैया लाल (दर्जी) की 28 जून को उनकी दुकान के अंदर एक धारधार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने दावा किया था कि उन्होंने इस्लाम के कथित अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी।