उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण के नये चरण का प्रारम्भ सोमवार से हो गया। इसमें सभी जनपदों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही 45 से 60 वर्ष की आयु वाले ऐसे व्यक्ति, जो भारत सरकार की सूची के मुताबिक 20 चिह्नित बीमारियों में से किसी एक से ग्रसित हैं, उनका भी चिकित्सक के सर्टिफिकेट के आधार पर अपना टीकाकरण प्रारम्भ हो गया है। इन लोगों की सुविधा के मद्देनजर टीकाकरण के लिए केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं राजधानी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में में जाकर बुजुर्गों के टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया और उनका हालचाल जाना।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि आज इस अभियान को छोटे स्केल पर लॉन्च किया गया है, जिसे आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज प्रत्येक जिलों के तीन-तीन अस्पतालों टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया। इनमें एक सरकारी अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज और एक निजी अस्पताल है। प्राइवेट अस्पतालों में उनका चयन किया गया है, आयुष्मान भारत की योजना में पैनल्ड हैं या सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के अंतर्गत पैनल्ड हैं। उन्होंने बताया कि 60 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति निजी अस्पताल में एक डोज के लिए अधिकतम 250 रुपये का भुगतान करकके टीका लगवा सकता है। वहीं सरकारी अस्पताल में यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि बुजुर्गों-बीमारों की सुविधा के मद्देनजर बहुत जल्द ही सरकार केन्द्रों संख्या बढ़ाने जा रही है। जहां-जहां वैक्सीनेशन किया जाएगा उन सब की जानकारी उपलब्ध करा दी जाएगी, जिससे लोग अपने घर के करीब के केन्द्र का चयन करके सुविधानुसार टीकाकरण करा सकेंगे। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के दिन भी बताए जाएंगे। सामान्य तौर पर टीकाकरण का कार्य प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को किया जा रहा है। इन दो दिनों में टीकाकरण कार्य पहले की तरह चलता रहेगा।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य ने बताया कि लोग घर बैठे वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके लिए को-विन प्लेटफार्म पर जाकर उपलब्ध लिंक के जरिए पंजीकरण कराया जा सकता है। इसके अलावा आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करके भी टीकाकरण के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि बड़ी आबादी वाला राज्य होने के कारण प्रदेश में अभी बहुत कम प्रतिशत आबादी का ही टीकाकरण हो सका है। अभी तक 7,08,444 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। इनमें से 5,55,997 अपनी दूसरी डोज भी ले चुके हैं। इस समूह के अन्य लोगों को दूसरी डोज देने का कार्य चल रहा है। जिन लोगों ने पहली डोज ली है, उनकी दूसरी डोज का रिस्पांस भी प्रदेश में अच्छा है। इस प्रकार 73 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स ने पहली डोज ले ली है।
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वहीं अगर हेल्थ केयर वर्कर्स की बात करें तो 9,09,690 हेल्थ केयर वर्कर्स रजिस्टर्ड थे। इनमें से 7,24,402 हेल्थ केयर वर्कर्स ने पहली डोज ले ली है, जो 80 प्रतिशत है। इनमें से 3,87,533 वर्कर्स ने दूसरी डोज भी ले ली है। इस प्रकार प्रदेश में हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट केयर वर्कर्स को मिलाकर अब तक 77 प्रतिशत लोगों ने अपनी पहली डोज ले ली है, जो थोड़े लोग छूट गए उन्हें धीरे-धीरे कवर किया जा रहा है। वहीं 60 साल से अधिक के व्यक्ति और बीमार लोग अपना रजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीनेशन जरूर करा लें, जिससे उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा हो सके।