कोविड में भारत का मानवीय चेहरा दुनिया ने देखा, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने चीन और पाकिस्तान का बहिष्कार अभियान चलाया
वाराणसी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा इन्द्रेश नगर, लमही के सुभाष भवन में पूर्वांचल के जिलों के प्रतिनिधियों की सम्मेलन आयोजित की गयी। सम्मेलन के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रेश कुमार ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीपोज्वलन कर सम्मेलन का शुभारम्भ किया। सम्मेलन में चीन और पाकिस्तान के अन्तर्राष्ट्रीय बहिष्कार पर चर्चा की गयी। साथ ही पूर्वांचल के जिलों में ब्लॉक स्तर पर पाकिस्तान और चीन समर्थकों का विरोध करने की योजना बनायी गयी। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान ही नहीं उसके समर्थक भी मानवता के शत्रु।
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चीन और पाकिस्तान ही नहीं उसके समर्थक भी मानवता के शत्रु
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा 6 दिसम्बर से 10 जनवरी तक जागृत भारत सजग भारत जागरण अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है। इसके तहत चीन और पाकिस्तान का हर स्तर पर बहिष्कार किया जायेगा और फारूख, महबूबा भारत छोड़ो, भारत छोड़ो। पाकिस्तान गिलगिट बालटिस्तान को खाली करो यह भारत का है हमारा है। चीन अक्साई चीन और हिमालय को खाली करो यह भारत का है हमारा है। उन्होंने कहा चीन और पाकिस्तान ही नहीं उसके समर्थक भी मानवता के शत्रु है।
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इस मौके पर इन्द्रेश कुमार ने कहा कि चीन और पाकिस्तान मानवता और शांति के दुश्मन हैं। दुनियां के देश चीन के जैविक हथियार कोरोना के संकट से जूझ रहा है, वहीं पाकिस्तान के आतंकवाद का सामना कर रहा है। दोनों देशों के पाप से मानवीय मूल्यों में बदलाव आया है। चीन और पाकिस्तान का ही नहीं बल्कि उसके समर्थकों का भी हर स्तर पर बहिष्कार किया जाना चाहिये। भारत के मुसलमान सावधान रहें, महबूबा और फारूख चीन के समर्थक हैं और मुसलमानों को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा चीन और पाकिस्तान ही नहीं उसके समर्थक भी मानवता के शत्रु है।
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भारतीय मुसलमान अब सजग हो चुका है और देश के खिलाफ काम करने वाले नेताओं का साथ नहीं देने वाला है। फारूख और महबूबा यदि भारत पसन्द नहीं हैं तो चीन और पाकिस्तान में कहीं भी जाकर शरण ले लें। आज पूरे विश्व को इन दोनों देशों के खिलाफ खड़ा होना चाहिये, ताकि मानवता को बचाया जा सके। दोनों देशों ने अपने साम्राज्यवाद की भूख में मानवता पर संकट खड़ा कर दिया है। भारत का मुसलमान चीन और पाकिस्तानी समर्थकों के चेहरे उजागर करेगा और उनका बहिष्कार करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक न सिर्फ बहिष्कार करेगी बल्कि संयुक्त राष्ट्र संघ चिट्ठी भी लिखेगी। उन्होंने कहा चीन और पाकिस्तान ही नहीं उसके समर्थक भी मानवता के शत्रु है।
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कोविड के दौरान भारत ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुये पूरी दुनियां की मदद की है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। इसलिये पूरी दुनियां वैश्विक शांति की लिये भारत की ओर देख रही है। सम्मेलन का संचालन मो. अजहरूद्दीन ने किया एवं धन्यवाद तुषारकान्त ने दिया। इस सम्मेलन में प्रमुख रूप से मौलाना शफीक अहमद मुजद्दीदी, हाजी मोबिन, अफसर बाबा, सबाना खान, अयाज खान, हेशामुद्दीन, इब्राहिम, शाहीद अंसारी, नेसार अली, छोटक, जियाउद्दीन, इसराईल खान, रेयाजुल हक अंसारी, मो आरीफ, मो सादिक आदि लोगों ने भाग लिया।