बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के दो चरणों में मतदान हो चुका है। अब सभी दल तीसरे चरण की तैयारियों में जुटे हैं। इसी क्रम में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए भी इस चरण में जमकर मेहनत करती नजर आ रही है। हालांकि इस मेहनत के बीच बीजेपी और जदयू की ओर से आ रहे बयानों ने दोनों के बीच में पड़ी दरार सामने ला दी है। बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार जनसभाओं में बिना एक-दूसरे नाम लिए एक दूसरे पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं।
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के योगी के बीच चल रही मौन बहस
दरअसल, बिहार में तीसरे चरण के लिए हो रहे चुनाव प्रचार में जनसभाओं को संबोधित करते हुए एक तरफ जहां योगी आदित्यनाथ बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए घुसपैथियों को राज्य से बाहर फेंकने की बात कह रहे हैं। वहीं, नीतीश कुमार का कहना है कि किसी में इतना दम नहीं, जो हमारे लोगों को देश से बाहर फेंक सके। सीएम योगी ने यह बयान कटिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए दिया, जबकि नीतीश मुस्लिम बहुताय किशनगंज में एक चुनावी जनसभा में भाषण दे रहे हैं।
दरअसल, बीते दिन किशनगंज रैली में जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा कि किसी में इतना दम नहीं है कि वो हमारे लोगों को देश से बाहर कर दे। इस रैली में उन्होंने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिये उनकी सरकार द्वारा किये गए कार्यों का भी उल्लेख भी किया। उनका कहना था कि कि सबको साथ लेकर चलना ही हमारा धर्म है।
यह भी पढ़ें: चिराग पासवान ने चली दोहरी चाल, नीतीश पर बोला हमला…बीजेपी को बताया साथी
योगी आदित्यनाथ ने बीते दिन ही कटिहार में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के बारे में बात करते हुए कहा था कि बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए घुसपैठियों को बाहर निकालकर फेंक दिया जाएगा।
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार द्वारा दिया गया बयान योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद आया। भले ही नीतीश ने अपने बयान में किसी का भी नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनके द्वारा दिए गए बयान को योगी के बयान पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि योगी आदित्यनाथ ने भी अपने किसी भी रैली में नीतीश के कार्यों का उल्लेख नहीं किया है।